भोपाल : मध्य प्रदेश के भोपाल के सहारा स्टेट में सामूहिक सुसाइड (Mass suicide) का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ही परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की, जिसमें दो की मौत हो गई, जबकि दो का इलाज जारी है. इस घटना में हृदय विदारक खुलासे हो रहे हैं. बेरोजगारी से जूझ रहे परिवार के पास पैसे नहीं बचे थे कि वो घर खर्च चला सकें और बच्चे स्कूल में पढ़ाई जारी रख सकें. चार पन्नों के सुसाइड नोट में मृतक रवि ठाकरे ने लिखा है कि उसके पास अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए भी पैसे नहीं हैं. पिछले दो साल में वो फीस भर पाने के लिए भी जद्दोजहद कर रहा है.
जहर पीकर बच्चों का काट दिया गला
दरअसल, परिवार का मुखिया मृतक सिविल इंजीनियर था और कोरोना काल में उसकी नौकरी चली गई. काफी समय से वह बेरोजगार था. आर्थिक तंगी के चलते उसने यह कदम उठाया. सामूहिक सुसाइड की घटना को अंजाम देने के लिए पति-पत्नी ने जहर पी लिया और अपने दोनों बच्चों (लड़का और लड़की) का कटर से गला काट दिया. घटना में पति और बेटे की मौत हो गई, वहीं मां और बेटी का इलाज निजी अस्पताल में जारी है. ये कटर और जहर मृतक एक दिन पहले मार्केट से लेकर आया था. घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस के पहुंचने से पहले ही 2 लोगों की मौत हो चुकी थी, जबकि दो लोगों की सांसे चल रही थीं. जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
गंभीर हालत में मिली मां और बेटी को हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस को मौके से चार पन्नों का सुसाइड लेटर बरामद हुआ है. इसी के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी. हमीदिया अस्पताल में मृत बाप-बेटे का पोस्टमार्टम होगा.