जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि युद्धविराम पर भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया समझौता लागू रहे, क्योंकि इससे उन्हें थोड़ी राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि इलाके में शांति हो यही लोगों के हित में है.
अब्दुल्ला ने उधमपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'सीमाओं पर शत्रुता केवल निवासियों, कृषि और आर्थिक गतिविधियों को रोकना और समाज के हर वर्ग के जीवन को प्रभावित करती है.'
गौरतलब है कि 25 फरवरी को भारत और पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वे जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (नियंत्रण रेखा) पर संघर्ष विराम पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने को राजी हुए हैं. अब्दुल्ला ने कहा कि ये सभी के हित में है.
अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देश रक्षा खरीद पर अपने बजट का बड़ा हिस्सा खर्च कर रहे हैं, इस प्रकार अपनी गरीब आबादी के कल्याण पर समझौता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शांति इस क्षेत्र के हित में है, खासकर दोनों देशों के लोग अच्छे संबंधों के लिए तरस रहे हैं.
पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'आप अपने दोस्तों को बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसियों को नहीं.'
अब्दुल्ला ने कहा कि या तो दोनों देश अपनी दोस्ती बढ़ा सकते हैं, या दुश्मनी जारी रख सकते हैं. लेकिन समृद्धि तभी होगी जब शांति होगी.
अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि यह केवल कश्मीर केंद्रित मुद्दा नहीं है और जम्मू और लद्दाख के क्षेत्रों के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है.