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आंदोलन का 29वां दिन : किसानों ने कहा- संशोधन मंजूर नहीं, कृषि मंत्री बोले-कांग्रेस किसान विरोधी

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Published : Dec 24, 2020, 6:51 AM IST

Updated : Dec 24, 2020, 8:19 PM IST

19:49 December 24

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार सुबह 11 बजे दक्षिण पश्चिम दिल्ली के महरौली के किशनगढ़ गांव में गौशाला मंदिर में मौजूद रहेंगे. इस दौरान शाह पीएम मोदी का संबोधन सुनेंने. बता दें कि प्रधानमंत्री कल किसानों को संबोधित करेंगे.

19:22 December 24

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस दौरान तोमर ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में भी और देश के जीवन में भी ऐसे क्षण आते हैं जब कुछ अच्छा करने चलो तो बाधाएं आती हैं. ऐसी ही परिस्थिति से आज हम गुजर रहे हैं. 

19:04 December 24

कीटनाशक पीकर की आत्महत्या की कोशिश

छत्तीसगढ़ : प्रेस क्लब के सामने किसान ने कीटनाशक पीकर की आत्महत्या की कोशिश

रायपुर :मोतीबाग स्थित प्रेस क्लब के सामने एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश की है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. फिलहाल कीटनाशक पीकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले किसान को मेकाहारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. उसका इलाज जारी है, किसान की हालत स्थिर बताई जा रही है. कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक किसान शासन-प्रशासन से नाराज चल रहा था. उसने गुरुवार की दोपहर प्रेस क्लब के सामने ही जान देने की कोशिश की है. वायरल वीडियो में किसान यह कहता दिख रहा है 'मेरा गांव हथबंद है. मेरा डेली रायपुर आना जाना है. मेरे सर पर खून सवार है. पहले मेरी सीडी चलाकर दिखाओ.' 

जानकारी के अनुसार किसान का नाम सुभाष सरकार है. बीते दिनों उसने प्रेस क्लब में एक कॉन्फ्रेंस ली थी, जिसकी खबर प्रकाशित न होने से वह परेशान था. जिसके बाद वह अपने साथ कीटनाशक दवाई लेकर पहुंचा था. इस दौरान उसने कुछ बूंद कीटनाशक पी ली थी. जैसे-तैसे उसे पकड़कर मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. कीटनाशक पीने वाले किसान की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. 

16:17 December 24

किसान संगठनों ने किया कृषि कानूनों का समर्थन : कृषि मंत्री तोमर

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि कई किसान संगठनों ने कृषि कानूनों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसानों के विरोध में रही है. कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इन कानूनों से जुड़े वादे किए थे.

10:31 December 24

कांग्रेस सांसद आज राष्ट्रपति से मिलने जाएंगे

सांसद आज राष्ट्रपति से मिलने जाएंगे

जसबीर सिंह गिल, कांग्रेस सांसद ने कहा हम सभी सांसद आज राहुल गांधी जी के नेतृत्व में राष्ट्रपति जी से मिलने जाएंगे और हमने इन कानूनों के खिलाफ 2.5 करोड़ के करीब जो हस्ताक्षर कराए हैं उस ज्ञापन को राष्ट्रपति को सौंपेंगे.

10:04 December 24

विरोध प्रदर्शन की वजह से पेट्रोल पंप को काफी नुकसान

पेट्रोल पंप को काफी नुकसान

सिंघु बॉर्डर पर पिछले करीब एक महीने से चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से बॉर्डर के आसपास के पेट्रोल पंप को काफी नुकसान हो रहा है, पेट्रोल पंप खाली पड़े हैं. एक पेट्रोल पंप के सुपरवाइजर ने बताया पंप अभी बिल्कुल बंद है, 27 नवंबर से कोई गाड़ी नहीं आ रही है. सैलरी की दिक्कत आएगी.

10:03 December 24

विरोध प्रदर्शन की वजह से होजरी उघोग को नुकसान

होजरी उघोग को नुकसान

 किसान आंदोलन की वजह से लुधियाना के होजरी उघोग को नुकसान हो रहा है. एक दुकानदार ने बताया किसान आंदोलन और शादियां खत्म हो जाने की वजह से हमारे पास ग्राहक कम आ रहे हैं.अगर आंदोलन नहीं होता तो हमारा काम अच्छा चलता. पिछली बार की तुलना में इस बार 30-35% काम कम हो गया है.

09:28 December 24

राहुल की अगुवाई में विपक्ष का हल्ला बोल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर कृषि कानूनों के मसले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे, उनके साथ विपक्ष कसे अन्य कई नेता भी होंगे. गुरुवार को राहुल की अगुवाई में एक मार्च निकाला जाएगा, जिसमें विपक्ष के सांसद होंगे. जिसके बाद करीब दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर वाला पत्र राष्ट्रपति को सौंप कानून वापसी की अपील होगी. ये मुलाकात सुबह करीब 11.30 पर होगी. 

09:25 December 24

संत निरंकारी समागम ग्राउंड में विरोध प्रदर्शन

समागम ग्राउंड में विरोध प्रदर्शन

कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के संत निरंकारी समागम ग्राउंड में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान डटे हुए हैं

09:21 December 24

हम हटेंगे नहीं. चाहे 10 साल लग जाएं

किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी

गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने बताया जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक हम हटेंगे नहीं. चाहे 10 साल लग जाएं. 6 बार की बातचीत हो चुकी है. सरकार चाहती तो हल निकाल सकती थी.

09:19 December 24

किसानों के हौंसले बुलंद

किसानों के हौंसले बुलंद

बुराड़ी ग्राउंड से बिंदर सिंह गोलेवाला के भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि जब तक काले कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हमारे हौंसले बुलंद हैं. सरकार जितनी जल्दी हो सके ये कानून रद्द कर दे नहीं तो संघर्ष और बढ़ा होगा. हमें दुनिया का सहयोग मिल रहा है.

06:35 December 24

किसान आंदोलन लाइव अपडेट-

नई दिल्ली :केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 29वां दिन है. कंपकंपाती सर्दी में भी किसान कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए सड़क पर डटे हुए हैं.  

केंद्र सरकार के तीन कृषि अधिनियमों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बुधवार को कहा कि सरकार नए कृषि कानूनों में निरर्थक संशोधन करने की बात को नहीं दोहराए, क्योंकि इन्हें पहले ही खारिज किया जा चुका है, बल्कि वार्ता को बहाल करने के लिए लिखित में ठोस पेशकश लेकर आए.

सरकार की वार्ता की पेशकश पर दिए जवाब में किसान नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर उन्हें कोई ठोस प्रस्ताव मिलता है तो वे खुले दिमाग से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन यह स्पष्ट किया कि वे तीन कृषि कानूनों को पूरी तरह से निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी से कम पर कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे.

बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान संघों ने गेंद सरकार के पाले में होने की जिक्र करते हुए बुधवार को उससे कहा कि वह बातचीत फिर से शुरू करने के लिये नया ठोस प्रस्ताव लेकर आए, वहीं कृषि मंत्री ने कहा कि समाधान तक पहुंचने का संवाद ही एक मात्र रास्ता है और सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिये प्रतिबद्ध है.

तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच गतिरोध खत्म होने की कोई संभावना नजर नहीं आने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को छह राज्यों के किसानों के साथ बातचीत करेंगे और इस दौरान किसान केंद्र द्वारा की गई विभिन्न पहलों को लेकर अपने अनुभव साझा करेंगे.

कृषि कानूनों में संशोधन के प्रस्ताव को खारिज कर चुके किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें केंद्र के खुले दिल से वार्ता के लिये आगे आने का इंतजार है और अगर सरकार एक कदम आगे बढ़ाएगी तो किसान दो कदम बढ़ेंगे.

बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती और किसान दिवस था तथा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना जैसे विपक्षी दलों और वाम दलों ने इस मौके पर सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार की रुचि सिर्फ कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने में है जबकि किसान सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिये मजबूर हैं.

इस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है और भड़काया जा रहा है जबकि सत्ता में रहते हुए उन दलों ने उनका शोषण किया.

सरकार ने किसानों के कल्याण के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और उम्मीद व्यक्त की कि किसान संघ अपना प्रदर्शन वापस ले लेंगे.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चरण सिंह से प्रेरणा लेते हुए किसानों के हित में अनेक कदम उठाये हैं. किसानों का वह किसी सूरत में अहित नहीं होने देंगे.

उन्होंने कहा, कृषि क़ानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं. सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है. मैं आशा करता हूँ कि वे जल्द ही अपने आंदोलन को वापिस ले लेंगे.

उत्तर प्रदेश के संभल में कृषि कानूनों पर सरकार के हृदय परिवर्तन के लिये यज्ञ का आयोजन किया गया तो वहीं भारतीय किसान संघ (लोक शक्ति) के प्रमुख श्योराज सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को कथित तौर पर अपने खून से पत्र लिखा. कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर 26 नवंबर से ही दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों के समर्थन में विभिन्न संगठन और कार्यकर्ता भी आगे आ रहे हैं.

सरकार के बातचीत के प्रस्ताव पर जवाब को एक संवाददाता सम्मेलन में पढ़ते हुए किसान नेताओं ने कहा कि वे बातचीत के लिये खुले दिल से तैयार हैं लेकिन सरकार नए कृषि कानूनों में निरर्थक संशोधन करने की बात को नहीं दोहराए जिसे वे पहले ही खारिज कर चुके हैं.

उल्लेखनीय है कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग से पीछे हटने से किसान संगठनों के इनकार करने के बाद बने गतिरोध के बीच नौ दिसंबर को छठे दौर की वार्ता रद्द हो गयी थी.

Last Updated : Dec 24, 2020, 8:19 PM IST

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