कुरुक्षेत्र: हरियाणा चल रहा किसानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है. सरकार ने बिना शर्त किसानों की सभी मांगें मान ली है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हमारी सभी मांगों पर सहमत हो गई है. अब हम धरना खत्म कर रहे हैं. किसान संगठन मंगलवार से अपनी मांग मनवाने के लिए कुरुक्षेत्र में नेशनल हाईवे 44 पर जाम लगाकर बैठे हैं. किसानों ने सरकार को दू टूक कहा था कि अगर बिना शर्त उनकी मांगें नहीं मानी जाती तो संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जायेगा.
मंगलवार शाम को सरकार की तरफ से कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन और किसानों की स्थानीय कमेटी के साथ कई दौर की बैठक हुई. पहले खबर ये आई कि ये वार्ता फेल हो गई है, किसान सरकार के प्रस्ताव पर सहमत नहीं थे. लेकिन उसके बाद फिर से बातचीत के लिए किसानों को बुलाया गया, जिसके बाद सरकार किसानों की मांगें मानने के लिए तैयार हो गई.
ये थी किसानों की मांगें- किसानों की पहली मांग सूरजमुखी के एमएसपी (Sunflower MSP Price) की थी. किसानों की मांगों पर सहमत होते हुए सरकार ने वादा किया कि हरियाणा में सूरजमुखी 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदा जायेगा. इसके अलावा 1400 रुपये भावांतर भरपाई के तहत दिया जायेगा. यानि हरियाणा में किसानों को सूरजमुखी का दाम 6400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब मिलेगा. सरकार के इस प्रस्ताव पर किसान सहमत हो गये. इसके अलावा किसानों की दूसरी मांग ये थी कि उनके जो साथी गिरफ्तार किये गये हैं उन्हें तुरंत रिहा किया जाय और उनके ऊपर से सभी मुकदमे खत्म किये जायें. सरकार इसके लिए भी तैयार हो गई है. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी समेत कुल 10 किसान नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था.