फरीदकोट (पंजाब) : पंजाब के फरीदकोट जिले के एक गांव में किसानों के एक समूह ने एक सरकारी कर्मचारी को उस वक्त बंधक बना लिया जब वह वहां पराली जलाने से रोकने गया था. यह घटना मौजूदा आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी के रूप में सामने आई है. पिछले कुछ हफ्तों से पंजाब में पराली जलाने को नियंत्रित करने में विफल रहने पर आप सरकार की लगातार आलोचना हो रही है. घटना फरीदकोट जिले के जीवन वाला गांव की है.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक भारतीय किसान संघ (बीकेयू) से जुड़े किसानों ने यह कहते पटवारी को बंधक बना लिया कि सरकार उन्हें पराली प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध कराने में विफल रही है. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उन्हें मशीनें नहीं मिलीं तो वे खेत के पराली जलानो की प्रथा को जारी रखेंगे. 80% से अधिक किसानों के पास पराली के प्रबंधन के लिए आवश्यक मशीनरी या उपकरण की कमी है.
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इससे पहले भारतीय किसान संघ के सदस्यों ने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई तो सरकार को बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा. हर साल, जाड़ों की शुरुआत के दौरान, पराली जलाने से वायु प्रदूषण में बढ़ जाता है. खासतौर से राजधानी दिल्ली सहित उत्तरी भारत के अन्य राज्यों में इसका असर ज्यादा दिखाई देता है. इधर, पंजाब और हरियाणा के बीच की समस्या को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई है.