हापुड़: महिला पहलवानों के समर्थन में किसान रविवार को दिल्ली कूच की तैयारी में थे. इसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार था. किसानों को रोकने के लिए सुबह से ही पुलिस बल उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद के पिलखुआ में हाईवे पर स्थित छिजारसी टोल प्लाजा पर तैनात था. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता दिल्ली जाने के लिए गढ़ क्षेत्र के कैंप ऑफिस पर एकत्रित हो रहे हैं, तो गढ़ सीओ और कोतवाल सोमबीर सिंह ने पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, किसान नहीं माने.
इसके बाद हापुड़ और आसपास के अन्य जनपद अमरोहा, बुलंदशहर से आए हुए किसान पिलखुवा के छिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंच गए. टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल पहले से ही तैयार था. धौलाना एसडीएम और सीओ वरुण मिश्रा ने पुलिस बल के साथ दिल्ली जा रहे किसानों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, किसानों ने पुलिस की एक नहीं सुनी. इसके बाद किसानों ने जबरदस्ती बैरिकेडिंग हटाकर दिल्ली की तरफ जाने का प्रयास किया, तो पुलिस के साथ किसानों की धक्का-मुक्की हो गई. फिर किसान टोल प्लाजा पर ही धरने पर बैठ गए.
किसानों के टोल प्लाजा पर धरने पर बैठने के कारण टोल प्लाजा के दोनों तरफ कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया और सैकड़ों वाहन जाम में फंस गए. जाम में फंसे सैकड़ों वाहनों में बच्चे और महिलाएं भी थे, जो परेशान होते रहे. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने किसानों को समझाया लेकिन, किसान नहीं माने. इस पर मजबूरन पुलिस प्रशासन को किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति देनी पड़ी और किसान छिजारसी टोल प्लाजा से धरना समाप्त कर दिल्ली रवाना हो गए. किसानों का धरना समाप्त होने के बाद यातायात सुचारू रूप से शुरू हो सका और जाम में फंसे सैकड़ों वाहन वहां से निकल सके.