मुजफ्फरनगर : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और अन्य खाप चौधरियों के समझाने पर पहलवान गंगा जी में बिना मेडल बहाए वापस लौट आए. इस दौरान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, बबीता फोगाट और विनेश फोगाट वापस लौट आए और देर रात मुजफ्फरनगर में टिकैत के आवास पर पहुंचकर उन्होंने खाना खाया और रात्रि विश्राम किया और साथ ही रास्ते में आते समय शिव चौक पर पूजा की गई.
नरेश टिकैत बोले-पहलवानों के लिए संघर्ष करेंगी किसान यूनियन और खाप पंचायतें
पहलवानों की लड़ाई में भाकियू ने शामिल होने का एलान कर दिया है. बता दें, बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत तमाम आरोपों पर कार्रवाई न होने से हतोत्साहित पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का निर्णय लिया था. हालांकि भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और खाप चौधरियों के हस्तक्षेप के बाद पहलवानों ने यह निर्णय वापस ले लिया है.
जानकारी के अनुसार नरेश टिकैत ने उन्हें आश्वासन दिया है कि सभी खाप पंचायतें पहलवानों की लड़ाई मजबूती से लड़ेंगी और उन्हें न्याय दिलाकर ही शांत होंगी. उन्होंने पांच दिन में बड़े फैसले का वायदा किया है और जिस पर पहलवान माने हैं. खाप पंचायतों को बुलाया गया है जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी और आग्रह किया गया कि अपने पदक नदी में न डुबोएं, तब साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया सहित आंदोलनकारी पहलवानों ने अपने पदक भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख टिकैत को सौंप दिए हैं.
नरेश टिकैत ने कहा है कि भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए खाप नेताओं ने गुरुवार को आपात बैठक बुलाई है. टिकैत ने कहा कि हमारी बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा है और पूरा देश गुस्से में है और सरकार एक आदमी को बचा रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से कोई भी पहलवानों से बात करने नहीं आया. किसान नेता ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना गलत नहीं है और हम उन्हें निराश नहीं करेंगे और डब्ल्यूएफआई प्रमुख को गिरफ्तार करने की मांग के संबंध में भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए हमने एक खाप बैठक बुलाई है.
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