श्रीनगर:किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने भी आज अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात (Rakesh Tikait met Ankita family) की. किसान नेता राकेश टिकैत ने अंकिता के परिजनों से इस दुख की घड़ी में उनकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने इस हत्याकांड के सबूत मिटाने के लिए रिजॉर्ट को तोड़ा है. उन्होंने कहा कि किसान मंच 10 अक्टूबर को जिलाधिकारी पौड़ी के कार्यालय में प्रदर्शन करके उन अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेगा, जिन्होंने रिजॉर्ट में सबूत मिटाने की कोशिश की है.
किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने कहा कि अंकिता की हत्या उन महिलाओं पर चोट है जो घरों से बाहर निकलकर अपने परिवार का भरण पोषण करती हैं. अंकिता भी अपने परिवार के लिए ही नौकरी करने घर से बाहर निकली थी, लेकिन हत्यारों ने अंकिता के परिवार की खुशियां छीन ली. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
किसान नेता राकेश टिकैत ने अंकिता भंडारी के परिजनों से की मुलाकात. पढे़ं-Ankita murder case: अंकिता के परिजनों से मिलीं अधिवक्ता दीपिका सिंह राजावत, केस लड़ने की कही बात
राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने कहा कि सरकार इस केस को कमजोर करने की साजिश पहले दिन से ही कर रही है. इसी के चलते रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया गया है. राकेश टिकैत ने शक जताया है कि अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट गड़बड़ी हो सकती है, अगर सरकार की मंशा सही पीएम करने की थी तो पैनल में एक महिला डॉक्टर के साथ एक प्राइवेट डॉक्टर को भी रखना चाहिए था.
क्या है अंकिता भंडारी मर्डर केस:बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामले को लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.