नई दिल्ली:कोरोना वायरस महामारी के कारण भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक शुरू होने से छह महीने पहले से बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) परिसर में लगे शिविर में अभ्यास कर रहे थे. इन छह महीनों के दौरान वे सिर्फ वीडियो कॉल के माध्यम से परिवार को देख पाते थे.
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद खिलाड़ियों का परिवार पलक पावड़े बिछाकर अपने नायकों का इंतजार कर रहा है. स्टार गोलकीपर पीआर श्रीजेश की पत्नी मैच की आखिरी सीटी बजते ही भावुक हो गईं. श्रीजेश ने आखिरी लमहों में पेनल्टी कार्नर का बचाव कर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई.
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केरल के कोच्चि से उन्होंने कहा, यह मेरे जीवन का सबसे खुशी का पल है. हम पिछले छह महीने से उनसे नहीं मिल सके हैं. मैं बस उसे देखना चाहती हूं. ओलंपिक उनका सबसे बड़ा सपना था. इस कोविड-19 महामारी ने जीवन को अप्रत्याशित तरीके से बदल दिया, वह घर नहीं आ पाए. लेकिन वह समय का सदुपयोग बहुत ही समझदारी से करने में कामयाब रहे. उनके लौटने पर मैं पिकनिक पर जाना चाहती हूं.