लखनऊ:यूपी एसटीएफ ने फर्जी आईपीएस, आईएएस व आईबी अधिकारी बनकर युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले प्रतीक कुमार मिश्र को गिरफ्तार किया है. ठग प्रतीक अब तक 250 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. प्रतीक के पास से एसटीएफ ने आईपीएस का फर्जी आईडी कार्ड, यूपी पुलिस आरक्षी का नियुक्ति पत्र, ATS स्पॉट का नियुक्ति पत्र और कई सरकारी विभागों का ट्रांसफर लेटर बरामद किया है. प्रतीक ने कोविड के दौरान लगभग 1 करोड़ रुपये की लोगों से ठगी की थी. उसके कुकर्मों की तह तक जाने के लिए जांच जारी है.
एसटीएफ के मुताबिक, मूल रूप से सिद्धार्थनगर जिले का रहने वाला प्रतीक मिश्रा पिछले 3 सालों से लखनऊ में रह कर फर्जी IPS, IAS, IB अधिकारी, NIC का यूपी हेड और cyber solution information centre का एमडी बनकर युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर रहा था. इस मामले में लखनऊ के विभूतिखंड थाने में उसके खिकाफ छह मुकदमे दर्ज थे. एसटीएफ ने जब जांच शुरू की तो उन्हें पता चला कि प्रतीक एक बार फिर फर्जी आईपीएस अधिकारी बन कर अपना शिकार ढूंढ रहा है. सूचना मिलने पर विभूतिखंड में ही उसे एसटीएफ ने पकड़ लिया.
ATS में नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी :एसटीएफ ने बताया कि दिसम्बर 2021 में प्रतीक ने कुशीनगर के आदर्श राव को खुद को आईपीएस अधिकारी बता कर उसको आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) में स्पॉट टीम में भर्ती करवाने का झांसा दिया और एडवांस में 22 हजार रुपये ले लिए, लेकिन दोबारा उसने आदर्श से मुलाकात नहीं की. इसी तरह उसने विजय यादव को नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर 1.5 लाख, गोरखपुर केे चंद्रजीत से 1.5 लाख, विवेक कुमार से 3 लाख, संत कुमार से 3.5 लाख, मिराज से 1.5 लाख, नीतू सिंह से उसको, उसके भाई व पति को नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख लिए थे. यूपी पुलिस में एसआई व कॉन्स्टेबल के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर सत्यम सिंह से 2.5 लाख रुपये की ठगी की थी. 102 एम्बुलेंस में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रतीक ने 5 लड़कों से 60 हजार रुपये ऐंठ लिए थे.
कोरोना काल में 200 लड़कों के साथ की ठगी :पूछताछ में प्रतीक ने बताया कि साल 2021 में cyber solution information centre के नाम से उसने एक कंपनी खोली थी. इसके माध्यम से लड़कों को भर्ती करने के लिए NIC में स्टेट हेड बताकर लड़कों के वर्क फ्राम होम के लिए टीएल की सैलरी 20000 रुपये, ऑपरेटर सैलेरी 74000 रुपये, क्लस्टर हेड सैलेरी 60000 रुपये देने का झांसा देकर लगभग 220 लोगों को कोविड के समय में work from home से डाटा इंट्री की नौकरी देने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए हर एक युवक से 6500 से लेकर 25000 रुपये तक लिए और कम्पनी बंद कर फरार हो गया था. अगस्त 2021 में बीमा फ्राड के मुकदमे में थाना गोमती नगर एक्सटेंशन से जेल गया. वहां से वापस आने पर फिर उसने 8 लोगों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपये ठग लिए.