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फर्जी डिग्री देने वाले गैंग का भंडाफोड़, 60 से ज्यादा फर्जी डिग्री समेत आरोपी गिरफ्तार - फर्जी डिग्री देने वाले गैंग का भंडाफोड़

रोहिणी जिले की साइबर सेल ने पूरे देश में फेक डिग्री का जाल बिछा रहे रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छापेमारी करके आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के कब्जे से 60 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां, 5 मोबाइल फोन और कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं.

Fake degree giving gang busted
फर्जी डिग्री देने वाले गैंग का भंडाफोड़

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Published : Apr 29, 2022, 8:09 PM IST

नई दिल्ली : रोहिणी जिले की साइबर सेल ने पूरे देश में फेक डिग्री का जाल बिछा रहे रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छापेमारी करके आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के कब्जे से 60 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां, 5 मोबाइल फोन और कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं. आरोपी ऑनलाइन साइट्स पर विज्ञापन के जरिए लोगों को फंसाकर फर्जी डिग्री देता था.

फर्जी डिग्री देने वाले गैंग का भंडाफोड़, 60 से ज्यादा फर्जी डिग्री समेत आरोपी गिरफ्तार

पूरे भारत में फर्जी डिग्री बाजार तेजी से फैल रहा है. लोगों को कम पैसों में फर्जी तरीके से किसी भी कोर्स या कॉलेज की डिग्री मुहैया कराई जा रही थी. एक शिकायत पर रोहिणी साइबर पुलिस ने इस आरोपी को गिरफ्तार किया है. दरअसल दीपक नाम के एक व्यक्ति ने साइबर पुलिस को शिकायत दी थी. उसने बताया था कि ऑनलाइन सोशल मीडिया पर एक कंपनी द्वारा कई अलग-अलग कोर्स कराने का विज्ञापन देखा गया. जिसमें यमुना आईएएस इंस्टीट्यूट का नाम दिया गया था. जो एड्रेस उस ऐड में दिया हुआ था उसी पर दीपक पहुंचा. जहां उसे तसल्ली कराई गई कि उसका एडमिशन बीएचएमएस कोर्स के लिए करा दिया जाएगा. जिसके लिए ₹350000 लगेंगे. पीड़ित ने करीब ढाई लाख रुपए ट्रांसफर कर दिया, लेकिन एडमिशन नहीं हुआ. पैसे देने के 6 महीने बीत जाने के बाद भी जब एडमिशन नहीं हुआ तो शिकायतकर्ता ने आरोपी के नंबर पर कॉल करना शुरू किया. जो कि स्विच ऑफ बता रहा था.

इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दी. जहां पुलिस ने मामला दर्ज करके पूरे मामले की तफ्तीश शुरू की. इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई. तफ्तीश के दौरान कुछ नंबर पुलिस को मिले. साथ ही बैंक अकाउंट नंबर को भी खंगाला गया. आरोपी के अकाउंट में करीब साढ़ नौ हजार रुपए थे. जिसे फ्रीज कर दिया गया. टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर पुलिस ने उस व्यक्ति की पहचान की जो इस पूरे अपराध में शामिल था. उसके ठिकाने का भी पता लगाया. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी करके जितेंद्र नाम के आरोपी को पकड़ लिया.

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आरोपी के कब्जे से पुलिस ने एक वाईफाई डोंगल, राउटर, एक लैपटॉप, सीपीयू, 5 मोबाइल फोन, एक प्रिंटर, 5 सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और 60 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां बरामद की हैं. पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि दस हजार से ज्यादा फर्जी डिग्रियां जारी कर चुका है. किसी भी तरीके के कोर्स में एडमिशन और बोर्ड एग्जाम पास कराने का दावा करके लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके लगातार पूछताछ कर रही है.

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