श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले (Shopian district in South Kashmir) के छोटेगाम गांव के निवासियों ने कहा है कि अल्पसंख्यक पंडितों की किसी भी जमीन या श्मशान भूमि पर कब्जा नहीं किया गया है. दरअसल, बीते मंगलवार की शाम अज्ञात बंदूकधारियों ने एक पंडित दुकानदार सोनू कुमार पर नजदीक से फायरिंग कर दी, जिससे वह घायल हो गये.
घटना के एक दिन बाद घायल पंडित सोनू कुमार के भाई अनिल कुमार ने एक टीवी चैनल को बताया कि उनके परिवार ने 1990 में कश्मीर से पलायन नहीं करके बहुत बड़ी गलती की. उन्होंने कहा कि उनके भाई पर हमला वास्तव में उनकी जमीन हड़पने की योजना है. अनिल ने कहा कि उनके श्मशान घाट पर भी अतिक्रमण कर लिया गया है और उस पर मकान बना दिए गए हैं.
कुछ भी कहने से इनकार:बुधवार को जब ईटीवी भारत संवाददाता ने अनिल से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि भावुकता में उन्होंने कुछ ऐसे शब्द कहे हैं जिन्हें वे दोहराना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि वे अपने घायल भाई के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं. परिवार उनके घर लौटने के बाद ही बात करने की स्थिति में होगा. ज्ञात हो कि घायल को स्थानीय मुस्लिम युवकों की मदद से गंभीर हालत में शोपियां अस्पताल ले जाया गया लेकिन बाद में उन्हें श्रीनगर में सेना के 15वें कोर बेस अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.