वाशिंगटन : फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने कहा कि वह अमेरिकी मध्यावधि चुनाव से कुछ माह पहले सार्वजनिक रूप से जानकारी देना शुरू करेंगे कि विज्ञापनदाता राजनीतिक विज्ञापनों के जरिए लोगों को कैसे टारगेट करते हैं. इसकी घोषणा सालों की आलोचना के बाद की गई है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस बारे में बहुत अधिक जानकारी रखते हैं कि कैसे अभियान, विशेष रुचि समूह और राजनेता मंच का उपयोग वोटरों के ध्रुवीकरण, विभाजनकारी या भ्रामक संदेशों से लोगों के एक छोटे समूह को कैसे टारगेट करते हैं.
इंस्टाग्राम का भी मालिक मैटा ने कहा कि वह जुलाई में जनसांख्यिकी और दर्शकों के हितों के बारे में विवरण देना शुरू करेगा, जो इसके दो प्राथमिक सामाजिक नेटवर्क पर चलने वाले विज्ञापनों के साथ टारगेट है. कंपनी यह भी बताएगी कि कुछ राज्यों में लोगों को टारगेट करने के प्रयास में विज्ञापनदाताओं ने कितना खर्च किया. जैफ किंग ने मेटा की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में लिखा है कि सामाजिक मुद्दों, चुनावों और राजनीति के बारे में चलने वाले विज्ञापनों पर विश्लेषण और रिपोर्टिंग के लिए विज्ञापनदाता टारगेट मानदंड उपलब्ध कराकर, हम लोगों को हमारी तकनीक पर संभावित मतदाताओं तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ट्रेंड को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने की उम्मीद करते हैं.
नए विवरण इस बात पर केंद्रित होगा कि कैसे राजनेता लोगों के कुछ समूहों के बीच भ्रामक या विवादास्पद राजनीतिक संदेश फैलाते हैं. उदाहरण के लिए वकालत समूहों और डेमोक्रेट्स ने वर्षों से तर्क दिया है कि भ्रामक राजनीतिक विज्ञापन स्पेनिश भाषी आबादी के फेसबुक फीड पर भारी पड़ रहे हैं. इस तरह की जानकारी को Facebook विज्ञापन लाइब्रेरी में प्रदर्शित किया जाएगा. एक सार्वजनिक डेटाबेस जो पहले से ही दिखाता है कि कंपनियां, राजनेता या अभियान, Facebook, Instagram या WhatsApp पर चलने वाले प्रत्येक विज्ञापन पर कितना खर्च करते हैं.