नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है.
इसके प्रभाव के चलते, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पड़ोसी क्षेत्र में कम दबाव का एक क्षेत्र बनने का अनुमान है. मौसम विभाग ने कहा कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने, और 11 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पहुंचने का अनुमान है.
विभाग ने एक बयान में कहा कि इसके प्रभाव में आठ और नौ नवंबर को तमिलनाडु के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है. 10 और 11 नवंबर को बहुत भारी बारिश होने की आशंका है.
भारी वर्षा 64.5 मिलीमीटर (मिमी) और 115.5 मिमी के बीच मानी जाती है जबकि 115.6 और 204.4 के बीच वर्षा बहुत भारी मानी जाती है. 204.4 मिमी से अधिक बारिश को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है.
अगले चार दिनों के लिए दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु तटों और मन्नार की खाड़ी में बारिश के साथ 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया गया है. अगले दो दिनों के दौरान दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में भी इसी तरह के हालात रहने का अनुमान है.
विभाग ने मछुआरों को इन क्षेत्रों में समुद्र तटों पर नहीं जाने की सलाह दी है. उसने सड़कों और निचले क्षेत्रों में पानी भरने की चेतावनी दी है.
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