नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने होने वाली वाशिंगटन यात्रा से पहले अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से गुरुवार को मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने भी जयशंकर से मुलाकात की. समझा जाता है कि मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा के संबंध में विदेश मंत्री और अमेरिकी राजदूत के बीच प्रमुखता से चर्चा हुई.
जयशंकर ने ट्वीट किया कि अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी का स्वागत करके खुशी हुई. पिछले एक दशक में हमारे संबंधों में विशेष रूप से हुई उल्लेखनीय प्रगति पर चर्चा हुई. हाल के क्वाड शिखर सम्मेलन पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ. उन्होंने कहा कि विश्वास है कि भारत-अमेरिका संबंध लगातार मजबूत होते रहेंगे. जयशंकर के ट्वीट के जवाब में गार्सेटी ने कहा कि शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद, डॉ. जयशंकर.
उन्होंने आगे लिखा कि भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में, मैं यहां आकर और हमारे देशों के बीच मजबूत बंधन को देखकर रोमांचित हूं. अमेरिका-भारत साझेदारी में अपार संभावनाएं हैं...तथा मैं हमारे संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हूं. राजदूत गार्सेटी ने 11 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया था. अमेरिका ने जनवरी 2021 में अपने राजदूत केनेथ जस्टर को वापस बुला लिया था और तब से भारत में अमेरिकी दूतावास बिना राजदूत के था.
प्रधानमंत्री मोदी जून में राष्ट्रपति जो. बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर जाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति और प्रथम महिला 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी भी करेंगे. रूसी राजदूत अलीपोव के साथ अपनी मुलाकात के बारे में जयशंकर ने कहा कि आईआरआईजीसी-टीईसी (व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग) रूपरेखा सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा हुई.