दिल्ली

delhi

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- अमेरिकी वीजा का इंतजार कर रहे भारतीयों की परेशानी समझता हूं

By

Published : Sep 29, 2022, 8:31 AM IST

Updated : Sep 29, 2022, 10:56 AM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी प्रशासन को वीजा मुद्दों को सुलझाने के लिए सभी आवश्यक मदद देने का आश्वासन दिया. उन्होंने आगे कहा कि चीजें जल्द ही बेहतर हो जाएंगी. जयशंकर ने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जहां जाहिर तौर पर मुख्य रूप से अमेरिका को चीजें सुलझानी हैं, लेकिन हम सहायक और सहयोगी की भूमिका निभाएंगे.

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा

वाशिंगटन (यूएस) : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अमेरिकी प्रशासन को वीजा मुद्दों को सुलझाने के लिए सभी आवश्यक मदद देने का आश्वासन दिया. उन्होंने आगे कहा कि चीजें जल्द ही बेहतर हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जहां जाहिर तौर पर मुख्य रूप से अमेरिका को चीजें सुलझानी हैं, लेकिन सहायक और सहयोगी की भूमिका में साथ होंगे. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग वीजा के मुद्दों के बारे में चिंतित हैं, मैं उन्हें यह संदेश देना चाहता हूं कि मैं उनकी चिंता और तात्कालिकता को समझता हूं. यही कारण है कि मैंने इस मामले को उठाया. उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री का नाम लेते हुए कहा कि मैंने ब्लिंकन को आश्वस्त किया है कि भारत स्थिति से बेहतर तरीके से निपटने में अमेरिका की मदद करेगा.

वाशिंगटन में प्रेस वार्ता के दौरान, विदेश मंत्री ने परिवारों के नहीं मिलने और छात्रों के लंबे समय से इंतजार करने पर चिंता जताई. उन्होंने इसे 'वास्तव में गंभीर' समस्या के रूप में रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि भारत में ऐसे परिवार हैं जो अपने रिश्तेदारों से नहीं मिल पा रहे हैं. लोग हैं जिनकी व्यावयासिक मुलाकातें नहीं हो पा रही हैं. छात्र हैं जो लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह वास्तव में यह वास्तव में गंभीर समस्या है. लेकिन मुझे बहुत विश्वास है, ब्लिंकन ने जो ईमानदारी दिखाई और जिस गंभीरता के साथ मुझे सुना है आशा है कि वे इस ओर ध्यान देंगे.

पढ़ें: भारत और अमेरिका संबंध आज शेष विश्व को प्रभावित करते हैं: एस जयशंकर

उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से उन्हें जो भी समस्या हो रही है वह हम दूर करेंगे. हम आशा करते हैं कि चीजें बेहतर होंगी. इससे पहले मंगलवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आश्वासन दिया कि अमेरिका भारतीय नागरिकों से वीजा आवेदनों के बैकलॉग पर ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि बाइडेन प्रशासन की एक योजना है जो आने वाले महीनों में लागू होगी. यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की वेबसाइट के मुताबिक, यूएस में विजिटर वीजा हासिल करने की चाहत रखने वाले भारतीयों के लिए वेटिंग पीरियड 800 दिन हो गया है.

छात्र/विनिमय आगंतुक वीजा और अन्य गैर-आप्रवासी वीजा के लिए प्रतीक्षा अवधि लगभग 400 दिन है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बैकलॉग के लिए कोविड -19 महामारी को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि वीजा जारी करने की हमारी क्षमता में नाटकीय रूप से गिरावट आई है. ब्लिंकन ने कहा कि हम वीजा को और कठिन नहीं बनाना चाहते हैं. इसके विपरीत, हम इसे सुविधाजनक बनाना चाहते हैं. यह अगले कुछ महीनों में होगा. हम इस पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

पढ़ें: जयशंकर ने अमेरिकी वीजा चिंताओं को उठाया, ब्लिंकन ने जल्द मुद्दे को सुलझाने की प्रतिबद्धता जताई

भारत विश्व में स्थिरता लाने में अहम भूमिका निभा सकता है: जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत ऐसे समय में स्थिरता लाने व एक सेतु की भूमिका निभा सकता है. जब दुनिया में आशा की कोई किरण नजर नहीं आ रही और अंतरराष्ट्रीय समुदाय चिंतित है. उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के जोखिम को कम करने में और राजनीतिक दृष्टि से किसी तरह दुनिया का ध्रुवीकरण रोकने में मदद कर सकता है. जयशंकर ने भारतीय पत्रकारों के एक समूह से बुधवार को कहा कि दुनिया में वास्तव में आशा की कोई किरण नहीं दिख रही.

मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय बेहद चिंतित है. मंत्री ने कहा कि भारत के लिए यह अवसरों से कहीं अधिक हैं, क्योंकि यह बहुत कठिन स्थिति है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस दिशा में भारत अपना योगदान दे सकता है. मुझे लगता है कि आज हम स्थिरता लाने में एक भूमिका निभा सकते हैं. हम एक पुल की तरह काम सकते हैं. हम कूटनीतिक रूप से एक भूमिका निभा सकते हैं. हमें वास्तव में आर्थिक दृष्टि से देखना होगा कि हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के जोखिम को कम करने में कैसे योगदान दे सकते हैं?

राजनीतिक दृष्टि से हम किसी तरह से दुनिया का ध्रुवीकरण रोकने में कैसे मदद कर सकते हैं? जयशंकर ने कहा कि उन्हें लगता है कि बहुत से अन्य देशों खासकर 'ग्लोबल साउथ' के देशों को भारत से बहुत उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि हम जो कर सकते हैं करेंगे और हम दुनिया के हाशिए पर मौजूद सभी देशों से भी संपर्क करेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक सत्र में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क की अपनी हाल में संपन्न यात्रा के दौरान जयशंकर ने दुनिया भर के विश्व नेताओं और उनके समकक्षों के साथ लगभग 100 बैठकें कीं.

उन्होंने कहा कि इतनी सारी बैठकें इसलिए की गईं क्योंकि कई लोगों ने मिलने की इच्छा जाहिर की थी. कई देश बातचीत करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि कई देश हमसे बात करना चाहते थे. क्योंकि ऐसी धारणा है कि हम प्रमुख ताकतों के साथ संपर्क में हैं, हम उन्हें प्रभावित कर सकते हैं, हम किसी विचार को आकार दे सकते हैं, हम योगदान दे सकते हैं.

Last Updated : Sep 29, 2022, 10:56 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details