सरगुजा (छत्तीसगढ़) : कोविड-19 की वैक्सीन कई अलग-अलग दवा संस्थाओं ने बना ली है. अब भारत में वैक्सीन के उपयोग जल्द शरू किए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कह दिया है कि जनवरी में वैक्सीन आ जाएगी. लिहाजा ईटीवी भारत की टीम ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जाना कि छत्तीसगढ़ में साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा की आबादी के लिए वैक्सीनेशन के क्या इंतजामात है ?
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि अब तक किसी भी दवा कंपनी को अनुमति नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद है की जनवरी तक किसी वैक्सीन को अनुमति मिल जाएगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से जारी नियमों का पालन किया जा रहा है. पहले से वैक्सीनेशन केंद्र स्थापित हैं, उनमें रखरखाव की व्यवस्था सहित 82 नए केंद्र बनाए गए हैं. सबसे अहम बात ये है कि वैक्सीन की पूरी मॉनीटरिंग ऑनलाइन एप्लिकेशन से होगी, इसके लिए एक एप्लिकेशन तैयार किया गया है, जिसमें वैक्सीन के फैक्ट्री से निकलने से लेकर किसी व्यक्ति के शरीर में इंजेक्ट किए जाने तक के सभी स्टेज की मॉनिटरिंग ऑनलाइन होगी. यह एप इस बात की भी निगरानी करेगा की वैक्सीन तय तापमान में हैं या नहीं.
पोलिंग बूथ जैसी होगी व्यवस्था
मंत्री ने बताया की जैसा पोलिंग बूथ होता है, वैसा ही तीन कमरों का वैक्सीनेशन सेंटर होगा, जिसमें पहले कमरे के बाहर भी कुछ लोग रहेंगे, जो इस बात की तस्दीक करेंगे की उस व्यक्ति का नंबर आया है या नहीं. फिर पहले कमरे में वेटिंग रूम जैसा माहौल होगा, जहां लोग बैठकर अपनी बारी का इंतजार करेंगे. दूसरे कमरे में वैक्सीन लगेगी और फिर तीसरे कमरे में आधे घंटे तक बैठना होगा. ताकी वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव होता है तो हेल्थ टीम तत्काल उसे रिकवर करेगी.