नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है. ईरानी ने कहा कि भारत सरकार ने स्पष्ट कहा है कि कोई भी संपत्ति बेची नहीं जाएगी, इनका मौद्रीकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी को मौद्रीकरण से ईर्ष्या है तो उन्हें बताना चाहिए कि साल 2006 में जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एयरपोर्ट का निजीकरण किया जा रहा था, तब क्या राहुल और उनका पूरा कुनबा देश बेच रहा था ?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान ईरानी ने सवाल किया कि क्या जब मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे के मौद्रिकरण के बाद महाराष्ट्र की तिजोरी में आठ हजार करोड़ रुपये डालने का प्रयास किया तो क्या वे प्रदेश बेच रहे थे ?
निजीकरण को लेकर नीति बनाए जाने संबंधी राहुल गांधी की टिप्पणी पर स्मृति ईरानी ने कहा कि क्या राहुल ये कहना चाहते हैं कि जब तक निजीकरण में कांग्रेस को किट बैग नहीं मिलेगा, तब तक वह ठीक नहीं है ?
रोजगार अगर खत्म हुआ है तो राहुल का हुआ है, देश के युवा सुरक्षित
रोजगार पर राहुल गांधी के बयान को लेकर स्मृति ईरानी तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कि रोजगार अगर खत्म हुआ है तो राहुल का हुआ है, देश के युवा सुरक्षित हैं, उनकी चिंता न करें.
सरकार ने 70 साल में बनी देश की पूंजी बेच दी : राहुल
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने National Monetisation Pipeline को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि पीएम ने सबकुछ बेच दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल में जनता की मदद नहीं की.कांग्रेस नेता ने कहा, नरेंद्र मोदी और भाजपा का एक नारा था कि '70 साल में कुछ नहीं हुआ' और कल वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी, उसे बेचने का फैसला ले लिया है, मतलब प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया.'
राहुल ने कहा, 'हम निजीकरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमारी निजीकरण योजना का तर्क था. हमने रणनीतिक उद्योगों का निजीकरण नहीं किया और हम रेलवे को रणनीतिक उद्योग मानते हैं क्योंकि यह लाखों और करोड़ लोगों को ट्रांसपोर्ट करता है और बहुत से लोगों को रोजगार भी देता है.'