नई दिल्ली :ओलंपिक में गोल्ड समेत सात मेडल जीतने के बाद अब सभी की नज़रें टोक्यो जा रहे भारतीय पैरालंपिक दल पर जा टिकी हैं. भारत की ओर से इस बार अब तक का सबसे बड़ा पैरा एथलिट्स का दल जा रहा है. टोक्यो में इस बार 54 पैराएथलिट जा रहे हैं, जो 9 स्पोर्ट्स इवेंट में शामिल होंगे. टीम सदस्यों से प्रधानमंत्री ने मंगलवार सुबह बात की और देशवासियों की ओर से शुभकामनाएं दीं. भारतीय दल मंगलवार रात को ही टोक्यो के लिए रवाना हो रहा है. भारतीय दल की तैयारियां कैसी है और मेडल को लेकर क्या उम्मीदें हैं. इस पर ईटीवी भारत के दिल्ली स्टेट एडिटर विशाल सूर्यकांत ने विख्यात पैरालंपियन खिलाड़ी और इस वक्त पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया की अध्यक्ष डॉ.दीपा मलिक से बात की.
बड़ा एथलिट दल, ज्यादा पदक की उम्मीद
ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में दीपा मलिक ने कहा, क्योंकि इस बार हमने रणनीतिक रूप से ज्यादा काम किया है. कोरोना काल में भी नए खिलाड़ी तैयार किए हैं. उनकी ट्रेनिंग और फिजिकल फिटनेस पर फोकस किया है. खिलाड़ियों को संसाधन भी बेहतर मुहैया करवाए हैं. इस लिहाज से उम्मीद है कि ओलंपिक खेलों की तर्ज पर हमारे पैराएथलिट्स भी विजय पताका फहराएंगे. भारत ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. हमें उम्मीद है कि एक नहीं बल्कि कई पदक हम इस कैटेगरी में लेकर आएंगे क्योंकि हमारे पास इस खेल में माहिर पैरा एथलिट हैं.
खिलाड़ियों की जाति-धर्म सिर्फ उनका खेल