इस्लामाबाद : नवाज शरीफ अगले महीने लंदन से पाकिस्तान लौट सकते (Nawaz Sharif to return to Pakistan) हैं. पीएमएल-एन; पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पाकिस्तान में राजनीतिक बवंडर के बीच नई सरकार बनाने के लिए गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जानी है. बता दें कि नवाज शरीफ नवंबर, 2019 में लंदन रवाना हुए थे. लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी.
नवाज शरीफ की पाक वापसी के संबंध में मियां जावेद लतीफ (Sharif Pak return Mian Javed Latif) ने कहा कि पीएमएल-एन सुप्रीमो और तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की प्रत्याशित स्वदेश वापसी के संबंध में गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जाएगी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने उनके हवाले से कहा, सभी फैसलों से पहले गठबंधन के घटक दलों के साथ चर्चा की जाएगी. बता दें कि ईद मई के पहले हफ्ते में मनाई जाएगी. दिलचस्प है कि नवाज शरीफ ने गुरुवार को नेशनल असेंबली को बहाल करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की थी.
नवंबर 2019 में इलाज कराने लंदन गए शरीफ ने लाहौर उच्च न्यायालय में हलफनामा दिया था कि डॉक्टर चार हफ्ते के अंदर या इससे पहले जैसे ही उन्हें सेहतमंद और सफर करने के लिए उपयुक्त घोषित करेंगे, वह वैसे ही मुल्क लौट आएंगे. शरीफ को अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में भी जमानत मिल गई थी, जिसमें वह लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे.
पाकिस्तान में चुनावी सुधार जरूरी : देश में राजनीतिक अनिश्चितता पर टिप्पणी करते हुए लतीफ ने कहा कि गठबंधन सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं चलेगी और मौजूदा संकट का एकमात्र समाधान नए सिरे से चुनाव कराना है. उन्होंने कहा, 'हालांकि, चुनाव सुधारों का यह काम था जो चुनाव से पहले किया जाना था.' पीएमएल-एन नेता मियां जावेद लतीफ ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और विदेशी मताधिकार से संबंधित मसले दो मुख्य मुद्दे हैं जिन्हें जल्द से जल्द हल किया जाना है. लतीफ ने कहा, 'ईवीएम बाहरी हस्तक्षेप के प्रति अतिसंवेदनशील होती हैं और आरटीएस की तरह, इस प्रणाली से आसानी से छेड़छाड़ की जा सकती है. जहां तक विदेशी पाकिस्तानियों का सवाल है, उनके लिए अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए खास सीटें बनाई जा सकती हैं, जैसे कश्मीर में सीटें प्रवासियों के लिए आरक्षित हैं.'