बेंगलुरु : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (ex-cm B S Yediyurappa) के बेटे बीवाई विजयेंद्र (B Y Vijayendra) को बुधवार को नवगठित कैबिनेट में स्थान नहीं मिलने से विजयेंद्र खेमें में निराशा है.
वहीं शपथ ग्रहण समारोह से पहले मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) ने स्पष्ट किया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और उन्होंने खुद येदियुरप्पा से इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी थी.
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दूसरी तरफ येदियुरप्पा खेमे के सूत्रों का कहना है कि विजयेंद्र को कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना है, क्योंकि अभी भी चार मंत्रालय के मंत्री नहीं बनाए गए हैं. वहीं दिल्ली मुख्यालय के बारे में कहा जा रहा है कि विजयेंद्र को कैबिनेट में शामिल करने की संभावना नहीं है, क्योंकि वे न तो विधायक हैं और न ही अनुभवी हैं. इसलिए विजयेंद्र को 2023 के चुनाव के लिए पार्टी निर्माण की गतिविधियों का दायित्व सौंपा जाएगा.
साथ ही यदि विजयेंद्र अगले चुनाव में जीत हासिल करते हैं तो उनके लिए कैबिनेट में शामिल होने का अवसर होगा. लेकिन सवाल यह है कि राजनीतिक के माहिर पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा क्या इस पर सहमत होंगे या फिर कोई राजनीतिक खेल बना सकते हैं.