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Chandrababu reaches central jail: आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू राजमुंदरी सेंट्रल जेल पहुंचे

आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू कथित कौशल विकास निगम घोटाले मामले में आज तड़के राजमुंदरी सेंट्रल जेल पहुंचे. उनके समर्थकों में भारी रोष है. उन्हें कथित भ्रष्टाचार के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया.

Ex-Andhra CM Chandrababu Naidu reaches Rajamundry central jail
आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू राजमुंदरी सेंट्रल जेल पहुंचे

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 11, 2023, 7:52 AM IST

राजमुंदरी: भ्रष्टाचार के एक मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के अदालत के आदेश के बाद तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को सोमवार तड़के राजमुंदरी केंद्रीय जेल भेज दिया गया. पुलिस के अनुसार पूर्व सीएम को कैदी संख्या 7691 के साथ अगली प्रक्रिया तक रहने के लिए जेल के स्नेहा विंग में एक ऊपरी ब्लॉक आवंटित किया गया है.

टीडीपी प्रमुख के बेटे नारा लोकेश और पार्टी के अन्य नेता भी केंद्रीय जेल पहुंचे. पूर्वी गोदावरी जिला पुलिस ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजमुंदरी में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. पूर्व सीएम की रिमांड से पहले ही राजमुंदरी सेंट्रल जेल में भारी पुलिस सुरक्षा तैनात कर दी गई है. तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को राज्य बंद का आह्वान किया है.

कथित कौशल विकास निगम घोटाले के सिलसिले में विजयवाड़ा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अदालत ने नायडू को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया. अधिकारियों के अनुसार यह मामला आंध्र प्रदेश राज्य में उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई) के समूहों की स्थापना से संबंधित है, जिसका कुल अनुमानित परियोजना मूल्य 3300 करोड़ रुपये है.

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एजेंसी के अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि कथित धोखाधड़ी से राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये से अधिक का भारी नुकसान हुआ है. सीआईडी के अनुसार जांच में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं. जैसे कि निजी संस्थाओं द्वारा किसी भी खर्च से पहले, तत्कालीन राज्य सरकार ने 371 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि प्रदान की जो सरकार की पूरी 10 प्रतिशत प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है. सीआईडी अधिकारियों ने कहा कि सरकार द्वारा दी गई अधिकांश धनराशि फर्जी बिलों के माध्यम से शेल कंपनियों को भेज दी गई. बिलों में उल्लिखित वस्तुओं की कोई वास्तविक डिलीवरी या बिक्री नहीं हुई.

(एएनआई)

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