नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के समय कहा गया था कि अब देश के अन्य राज्यों में रहने वाले लोग भी जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद सकेंगे. हालांकि अनुच्छेद 370 को खत्म हुए तीन साल हो गए हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में सिर्फ 34 लोगों ने ही जमीन खरीदी है. यह जानकारी गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सांसद हाजी फजलुर रहमान के एक सवाल के जवाब में संसद को दी है. यह भूमि जम्मू के रियासी, अधमपुर और गांदरबल जिलों में स्थित है.
J-K में जमीन खरीदने की बात तो सभी करते हैं परंतु कीमत कोई नहीं बताता : गुलाम नबी आजाद - how many people bought land in J&K since abrogation of article 370
एक दिन पहले ही संसद में सरकार ने जानकारी दी कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अब तक 34 बाहरी लोगों ने जमीन खरीदी है. इस पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद से प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यहां पर जमीन खरीदने की बात तो जरूर की जाती है, लेकिन आपसे में शायद ही किसी को कीमत के बारे में पता होगा. आजाद ने कहा कि कश्मीर में जमीन के दाम दिल्ली में जमीन की कीमत के बराबर है.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि धारा 370 हटाने के दौरान देश के अन्य राज्यों में रहने वाले लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया गया था कि वे लोग भी अब जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद सकेंगे, लेकिन उन्हें यह भी बताना चाहिए था कि जम्मू-कश्मीर में जमीन की कीमत बहुत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जमीन की कीमत दिल्ली में जमीन की कीमत के बराबर है. वह संसद में कई बार कह चुके हैं. लोग सोचते हैं कि जम्मू-कश्मीर में जमीन बहुत ज्यादा है लेकिन ऐसा नहीं है. हां, क्योंकि वहां की 80% भूमि पहाड़ों और जंगलों के रूप में है इसलिए केवल 20% भूमि ही रहने योग्य है.
यह भी पढ़ें-प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत प्रयासों के कारण अनुच्छेद 370 को हटाया जा सका: अमित शाह