नई दिल्ली: मणिपुर को लेकर जहां हर दिन संसद का सत्र हंगामे में धुल रहा है, वहीं विपक्षी पार्टियां अपनी मांग पर अड़ी हैं. 'इंडिया' यानी विपक्षी सांसद लगातार ये मांग कर रहे है कि प्रधानमंत्री सदन में जवाब दें और सरकार नियम 267 के तहत चर्चा कराने को राजी हो. जहां संसद सत्र शुरू होने से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपने अलग-अलग मुद्दे गिना रहा था, वहीं संसद की शुरुआत होते ही मणिपुर के हंगामे ने संसद का सत्र धुल कर रख दिया.
वैसे देखा जाए तो संसद के पिछले कई सत्र ऐसे ही हंगामे में धुल रहा है. कभी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री, कभी पेगासस, तो कभी ईडी रेड, विपक्ष हर सत्र में कोई मुद्दा लेकर सरकार या प्रधानमंत्री से पूरे सत्र जवाब मांगता रहता और फिर पूरे सत्र में निलंबन और हंगामा बदस्तूर जारी रहता. बहरहाल जहां विपक्ष लगातार मणिपुर पर जवाब मांग रहा है, वहीं अब सत्तापक्ष ने भी कांग्रेस और बाकी विपक्षी पार्टियों पर हमलावर हैं.
सोमवार को एक के बाद एक बीजेपी मुख्यालय में दो प्रेस कांफ्रेंस हुई और दोनों में ही केंद्रीय मंत्रियों ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और बंगाल में हो रही महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर राज्य की सरकारों पर हमला बोला. साथ ही राजस्थान के मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की लाल डायरी पर भी सवाल उठाया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि लाल डायरी में है कांग्रेस के काले कारनामे. केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि विपक्ष मणिपुर के मुद्दे से भाग रही है.