लखनऊ :यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने यहां जारी एक बयान में कहा कि वनसंपदा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं और प्रकृति का असंतुलन बढ़ता गया है. फलतः वातावरण में गर्मी बढ़ रही है. तमाम उपयोगी संसाधनों का अभाव हो रहा है तथा ऋतु चक्र में भी बदलाव परिलक्षित हो रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार हर वर्ष वृक्षारोपण अभियान चलाती है लेकिन आज तक इस बात का ब्यौरा नहीं दे पाई है कि कहां कितने पौधे, किस वर्ष उसके शासनकाल में लगे, इनमे कितने पौधे बचे. पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पेड़ों की आड़ में बजट का बंदरबांट जमकर किया है.
उसका ताजा दावा इस वर्ष 30 करोड़ पेड़ लगाने का है. उन्होंने तंज किया कि 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में नए-पुराने हिसाब से तो हर घर में पेड़-पौधा उग आना चाहिए लेकिन झूठ और नफरत के पौधे लगाने वाले भाजपाई पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करते हैं और उन्होंने पौधारोपण को मजाक बना दिया है.
यादव ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के बारे में भाजपा जहां झूठे दावे करती आई है और फाइलों में पेड़ उगाती रही है वहीं समाजवादी सरकार में पर्यावरण की दिशा में ठोस कदम उठाए गए थे. समाजवादी पार्टी के समय वृहद वृक्षारोपण का गिनीज बुक में विश्व रिकार्ड, बुंदेलखंड में जल संरक्षक तालाब एवं हरित पार्क का विकास किया गया.