चंडीगढ़: पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा ड्रग्स और हथियारों की खेप पंजाब में चिंता का विषय बन गई है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पंजाब में ड्रोन के इस्तेमाल की गतिविधियां 81 फीसदी तक बढ़ गई हैं. 2022 की शुरुआत से अब तक 230 से ज्यादा बार ड्रोन आए और सीमा पार कर पंजाब में दाखिल हुए. 2020 में ड्रोन ने 79 बार सीमा पार की और यह आंकड़ा 2021 में 109 गुना और 2022 में 230 गुना से अधिक हो गया है, जो देश और राज्य की सुरक्षा के लिए चिंता का एक बड़ा कारण बन सकता है.
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ज्यादातर ड्रोन पाकिस्तान सीमा के रास्ते पंजाब पहुंचे. अठारह बार इन ड्रोनों को बीएसएफ ने मार गिराया. फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट और पाकिस्तान की सीमा से लगे पंजाब की विभिन्न सीमाओं पर लगातार ड्रोन भेजे जा रहे हैं. अब पाकिस्तान ने भी ड्रोन भेजने की तकनीक में बदलाव किया है, अब हेक्सा ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियारों की बड़ी खेप भेजी जा रही है. टेलीफोन पर बातचीत में पंजाब के पूर्व डीजीपी (जेल) शशिकांत ने कहा कि अगर सुरक्षा की दृष्टि से चर्चा की जाए तो यह संख्या खतरनाक साबित हो सकती है.
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पंजाब में पिछले कुछ दिनों में जिस तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं, वे भी ड्रोन से संबंधित हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए हथियारों या ड्रग्स को सीमा पार पहुंचाया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि ड्रोन खतरनाक हैं और बड़ी तबाही का कारण बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन को लेकर विशेष अलर्ट भी जारी किया है. खासकर राष्ट्रपति निवास, दिल्ली, प्रधानमंत्री आवास और वायुसेना के आसपास. ऐसे इलाकों को संवेदनशील घोषित कर दिया गया है और कोई भी ड्रोन नजर आने पर उसे फायर करने के निर्देश दिए गए हैं.