नई दिल्ली/ रायपुर: मौजूदा दौर में छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सत्ता में वापसी की थी. मध्यप्रदेश में एक 'महाराज' की चाल ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया. राजस्थान में सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन कर कांग्रेस की मुसीबत बढ़ा दी है. छत्तीसगढ़ में भी सरगुजा नरेश टीएस सिंहदेव लगातार अपनी नाराजगी जाहिर करते रहते हैं. सचिन पायलट के अनशन का उन्होंने मीडिया में समर्थन किया और अपने तेवर दिखाए. लेकिन इस बीच सिहंदेव ने एक निजी चैनल से इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, "अगर बीजेपी मुझे पीएम भी बना दे, तो भी मैं कांग्रेस नहीं छोड़ूंगा."
कांग्रेस से प्यार भी, तकरार भी: टीएस सिंहदेव समय समय पर छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर मीडिया में बयान देते रहे हैं. उन्होंने 31 मार्च को अंबिकापुर में बयान दिया था. सिंहदेव ने कहा था कि "मैं क्यों नहीं सीएम बन सकता हूं. मैं आज भी सीएम बनने की चाहत रखता हूं. सीएम पद की जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसे निभाऊंगा". इसके बाद सात अप्रैल को सोनिया गांधी से दिल्ली में उन्होंने मुलाकात की. उसके बाद रायपुर लौटने पर फिर सीएम पद को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि, जब मीडिया सीएम बनने को लेकर पूछती है तो, मैं सीएम बनने की इच्छा को लेकर बयान देता हूं. क्योंकि हर कोई चाहता है कि वह सीएम बने. इस दौरान सिंहदेव ने यह भी कहा कि, मैं बीजेपी में नहीं जाऊंगा." सिंहदेव हमेशा कहते रहते हैं कि, "मैं कांग्रेसी हूं. पार्टी फोरम पर मैं अपनी बात रखूंगा. मैं कभी बीजेपी में शामिल नहीं होऊंगा, ताजिंदगी में कांग्रेस में रहूंगा"
भूपेश बघेल की अगुवाई में लड़ेंगे चुनाव, बघेल होंगे सीएम का चेहरा: आठ अप्रैल को रायपुर में मीडिया से बात करते हुए टीएस सिंहदेव ने फिर बड़ा बयान दिया था.उन्होंने कहा था कि" छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की तरफ से भूपेश बघेल ही सीएम का चेहरा होंगे. ऐसी कोई वजह नहीं दिख रही है कि, बघेल सीएम पद का चेहरा न हों." इस दौरान सिंहदेव ने बीजेपी पर छत्तीसगढ़ में कोई लीडिंग फेस नहीं होने का आरोप भी लगाया.