नई दिल्ली : यूरोपीय संघ (ईयू) (European Union (EU)) ने सोमवार को कहा कि वह और भारत स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific,) के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा यह क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और नौवहन एवं उड़ान की स्वतंत्रता के सम्मान पर आधारित है.
ईयू और भारत द्वारा परिचालन संबंधी क्षमता बेहतर करने और महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 18-19 जून को अदन की खाड़ी में संयुक्त नौसैन्य अभ्यास के बाद यह बयान आया है.
यूरोपीय संघ ने कहा है कि दोनों पक्ष हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को लेकर सहयोग बढ़ाने को उत्सुक हैं.
जनवरी में 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ और भारत ने समुद्री सुरक्षा पर वार्ता शुरू की थी और इस क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच सहयोग प्रगाढ़ करने पर सहमति बनी थी.
यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा कि ईयू और भारत क्षेत्रीय अखंडता, स्वतंत्रता, लोकतंत्र, कानून का शासन, पारदर्शिता, नौवहन और उड़ान की आजादी, वैध कारोबार और विवादों के शांतिपूर्ण तरीके से समाधान को लेकर स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं.