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मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता को है ट्रैक्टर चलाने का शौक, लहसुन की सब्जी और रामभाजी का उठाती हैं लुत्फ

राजस्थान के कोटा जिले की रहने वाली नंदिनी गुप्ता ने मिस इंडिया का ताज पहनकर पूरे प्रदेश को गौरवांवित होने का मौका दिया है. नंदिनी के मिस इंडिया बनने के बाद पहली बार कोटा आए पिता सुमीत गुप्ता और मां रेखा गुप्ता से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान माता-पिता ने नंदिनी को लेकर कई रौचक (Femina Miss India Winner Nandini Gupta) खुलासे किए.

Femina Miss India Winner Nandini Gupta
Femina Miss India Winner Nandini Gupta

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Published : Apr 26, 2023, 10:17 PM IST

मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता के पेरेंट्स से खास बातचीत

कोटा.शिक्षा नगरी कोटा की रहने वाली नंदिनी गुप्ता मिस इंडिया चुनी गई है और अब 2024 में मिस वर्ल्ड के लिए भी वे पार्टिसिपेट करने वाली हैं. नंदिनी के माता-पिता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए नंदिनी को लेकर कई चौंकाने वाली बातें बताई हैं. उन्होंने बताया कि नंदिनी को ट्रैक्टर चलाने का शौक है. साथ ही उन्होंने लहसुन की चटनी काफी पसंद है. नंदिनी के पिता सुमित गुप्ता का कहना हैं कि नंदिनी 19 साल की उम्र में ही मिस इंडिया बन गई है. उन्होंने रिकॉर्ड तोड़ कोटा जैसे छोटे शहर से ही मेट्रो सिटी की प्रतिभागियों को चैलेंज दिया और विनर भी बन गई हैं.

उन्होंने बताया कि बचपन से ही उसका इंटरेस्ट इसमें था. जब कभी भी टीवी में प्रोग्राम देखती थी या फिर गाने देखती थी, तब डांस, एक्टिविटीज व रैंप वॉक बचपन से ही कर रही थी. जैसे-जैसे वह बड़ी होती गई, उसकी इच्छा इसमें बढ़ती गई. उन्होंने बताया कि कॉलेज में भी नंदिनी डिबेट और डांस में पार्टिसिपेट करती रही हैं, बाद में उसे मुंबई जाने का मौका मिला तो वह चली गई.

ट्रैक्टर चलाने का शौक रखती हैं नंदिनी -नंदिनी के पिता सुमित गुप्ता बिल्डर के साथ जमींदार भी हैं. उनके पास 175 बीघा जमीन सांगोद के भांडाहेड़ा में हैं. नंदिनी ने 12वीं तक पढ़ाई कोटा से ही की है, इस दौरान वे कुछ-कुछ अंतराल में अपने खेत पर जाती रहती थी. उन्हें ट्रैक्टर चलाने का काफी शौक है. इसके साथ ही उन्हें चूल्हे की मोटी रोटी और बिना पके लहसुन की चटनी खाना काफी पसंद है. नंदिनी को अन्नकूट पर बनने वाली मिक्स वेज सब्जी यानी रामभाजी भी काफी पसंद है. जब भी वह गांव जाति रही है, वे रामभाजी सब्जी खाती थी. पेरेंट्स के अनुसार नंदनी पूरी तरह से सोशल रही है. गांव में लेबर के साथ बातचीत करने नीचे बैठ जाती थी.

फैमिना मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता.

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महाराष्ट्र और राजस्थान में जन्मभूमि को चुना -नंदनी के पिता सुमित का कहना है कि इसी साल ऑडिशन का भी कार्यक्रम मिस इंडिया का हुआ. उसने फॉर्म फिलअप किया व ऑडिशन दिया. वह राजस्थान से तो सेलेक्ट हो ही गई थी, लेकिन महाराष्ट्र से भी चुनी गई. नंदिनी से पूछा गया कि महाराष्ट्र से जाना चाहती हैं या फिर राजस्थान से, तब उन्होंने कहा कि वह राजस्थान से ही जाना चाहती हैं. महाराष्ट्र मेरी कर्म भूमि है, लेकिन जन्मभूमि राजस्थान से ही जाना चाहती हूं. ऐसे में वह 11 फरवरी को मिस राजस्थान बन गई थी.

हमें नहीं था कोई संकोच पूरी मदद की -आज भी इस तरह की प्रतियोगिताओं को समाज में संकोच की नजर से देखा जाता है, आपके परिवार ने कैसे मदद नंदिनी की है. इस सवाल के जवाब में मां रेखा गुप्ता ने कहा कि हमारे परिवार में किसी ने भी ऐसा नहीं सोचा कि यह प्लेटफार्म गलत है. पूरी फैमिली ने उसको सपोर्ट किया. हमें मालूम था कि नंदिनी में पोटेंशियल है और वह कर सकती है. इसके साथ ही उसे पढ़ाई के लिए मुंबई जाने का मौका भी मिला. जिसके बाद प्लेटफार्म धीरे-धीरे मिलता गया, उसने मिस इंडिया के लिए फॉर्म फिलिंग किया और आज वह हम देख रहे हैं कि रिजल्ट उसका बिल्कुल पॉजिटिव रहा है, आगे भी उसका पॉजिटिव रहेगा, ऐसी उम्मीद है.

बचपन से पूछा जाता था क्राउन का सवाल -नंदनी की मां रेखा का कहना है कि मिस यूनिवर्स, वर्ल्ड व इंडिया जो क्राउन पहनती हैं, उसके लिए नंदिनी का सवाल होता था, क्या रियल होता है? मेरी जानकारी में यह रियल ही होता है. क्राउन पहनने के बाद जो लोगों की क्लेपिंग होती है, उसको काफी मोटिवेशन और पावर देती थी. वह जब भी इसके बारे में सुनती थी, तो उसकी आंखों में चमक नजर आती थी. वह धीरे-धीरे मुझसे पूछती थी कि फॉर्म फिलिंग कैसे होता है, फिर मैंने ही उसे ऑनलाइन देखने को बोला था. मां रेखा बताती हैं कि मैंने कहा था कि 18 की उम्र के बाद ही फॉर्म फिलिंग होती है. उसने कोटा में ट्रेनिंग नहीं ली थी, लेकिन जब वह मुंबई गई, तब उसने हमसे अनुमति ली थी कि सेमीनार के ऑडिशन हो रहे हैं, तो मैं फॉर्म फिलिंग कर दूं, तब मैंने उससे कह दिया कि फॉर्म फिलिंग कर दो और उसके बाद उसकी जर्नी स्टार्ट हुई है और यह अभी भी चल रही है.

मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता के पेरेंट्स.

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ऐश्वर्या को देख हुई थी खुश -नंदिनी गुप्ता की मां रेखा गुप्ता की फेवरेट फिल्म देवदास रही है. उन्होंने कहा कि हम परिवार के साथ यह फिल्म देखते थे और उसमें ऐश्वर्या राय को देख पूछती थी, हम उसे बताते थे कि यह मिस यूनिवर्स और मिस इंडिया रही है. मां रेखा ने बताया कि तभी से नंदिनी के लिए यह इंस्पिरेशन बन गया था कि यह क्राउन मुझे हासिल करना है. उसका जुनून भी था, इसलिए उसने यह कर दिखाया है.

बेला हदीद और नाओमी कैंपबेल रोल मॉडल - नंदिनी की मां रेखा का कहना है कि उसकी फेवरेट स्टार बचपन में प्रियंका चोपड़ा थी. जैसे यह समझने लगी तो बेला हदीद, जीजी हदीद और नाओमी कैंपबेल को वह देखा करती थी. इन सबको वह फॉलो करने लगी और इन्हीं की स्टारडम को देखती थी. वह उन सब की चीजों को एक्सेप्ट करती गई, उसकी बॉडी लैंग्वेज में वह नजर आने लगी. इसी से इंस्पायर्ड होकर वह आगे बढ़ी है. नंदिनी मैनेजमेंट की स्टूडेंट है और वह रतन टाटा को काफी डाउन टू अर्थ मानती है. मां रेखा बताती हैं कि नंदिनी खुद में उनकी छवि देखती है, साथ ही कहती है कि इतने बड़े बिजनेस टाइकून होने के बाद भी ईजीगोइंग हैं. उन्होंने बताया कि नंदिनी उनसे इंस्पायर्ड है. उनका कहना है कि मुझे ऐसा मौका मिले, तो लोगों के लिए काफी काम करूंगी.

रणबीर और कार्तिक आर्यन के साथ करना चाहती हैं मूवी - सुमित गुप्ता का कहना है कि मेरी राय में तो बेटी नंदिनी को फिल्मों में जाना चाहिए, जब तक का आप किसी नजदीक से अनुभव नहीं करेंगे, तब तक पता नहीं चलेगा कि क्या चीज है. एंट्री उसकी होनी ही चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से उसको ऑफर मिलने लगे हैं, हो सकता है जल्दी ही उसकी फिल्म में एंट्री हो जाए. नंदिनी ने खुद ने भी कहा है कि रणबीर कपूर उन्हें पसंद है और वह उनके साथ फिल्म करना चाहती हैं. साथ ही नई पीढ़ी के कार्तिक आर्यन व शाहिद कपूर इन सभी के साथ फिल्म करना चाहती हैं.

मेरा ड्रीम था कि बेटी स्टारडम को छू ले -रेखा गुप्ता का कहना है कि हमें उसके मिस इंडिया बनने पर बहुत अच्छा महसूस होता है और हमने जो सोचा नहीं था कि उसका ड्रीम पूरा हुआ है. यह मेरा भी ड्रीम था कि मेरी बेटी स्टारडम को छू ले, वह उसने कर दिया है. उसने क्राउन पहना तो मुझे समझ में नहीं आया कि मैं खुश हूं या फिर किस तरह की प्रतिक्रिया में दूं, मुझे खुशी के आंसू आ गए थे. मैं पूरी तरह से निशब्द हो गई थी. मुझे अब लगता है कि आज "मैं ऊपर आसमां नीचे, आज मैं आगे, जमाना है पीछे" वैसी फीलिंग मुझे हो रही है.

छोटे शहर से विनर बनना हमारे लिए भी आश्चर्य - सुमित गुप्ता का कहना है कि हमारे लिए भी नंदिनी का छोटे शहर से इतनी बड़ी प्रतियोगिता में विनर बनना आश्चर्यचकित कर देना जैसा है. यहां रहते हुए यह संभव नहीं था, वह मैनेजमेंट की स्टडी के लिए मुंबई गई, तब ही सम्भव हुआ है. हमें तो यह आशा भी नहीं थी कि वह ऐसा कुछ कर पाएगी, लेकिन वह विनर हो गई. राजस्थान और महाराष्ट्र दोनों जगह से सेलेक्ट हो गई, फिर 45 दिन की एक्टिविटी में सभी पार्टिसिपेंट्स शामिल रही. कई इवेंट्स में भाग लिया और आखिर में सब कुछ जज होने के बाद वह विनर बन गई है.

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