उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दिनदहाड़े एक टेलर की दो लोगों ने मिलकर (Udaipur Brutal Murder) निर्मम हत्या कर दी. इस वारदात को लेकर आरोपियों ने वीडियो बनाए, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस घटना के बाद कन्हैयालाल का पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है. गहलोत सरकार द्वारा मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और आश्रित को नौकरी के आश्वासन को लेकर परिवार दुविधा में है. क्योंकि सरकार और प्रशासन के बयानों में मृतक के परिजनों को नौकरी देने की अलग-अलग बातें सामने आई हैं.
जहां प्रशासन की ओर से पहले घटना के दिन मृतक के दोनों बच्चों को संविदा पर नौकरी देने की बात कही थी, वहीं बाद में सरकार ने एक बच्चे को सरकारी नौकरी देने की बात कही. गुरुवार को मृतक के घर शोक प्रकट करने पहुंचीं मुख्य सचिव उषा शर्मा ने दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी देने के बात कही. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मृतक कन्हैयालाल के घर शोक प्रकट करने पहुंचे तो उन्होंने आर्थिक सहायता के तौर पर 50 लाख रुपये और आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया.
मृतक कन्हैयालाल के परिवार से ईटीवी भारत की खास बातचीत. हत्या के दिन प्रशासन ने कही थी ये बात : 28 जून को वारदात के दिन सर्व समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को 31 लाख रुपये और दोनों बच्चों को संविदा पर नौकरी देने की बात कही थी. लेकिन घटना के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये देने की बात कही. जबकि अब मुख्य सचिव, प्रशासन और मुख्यमंत्री के बयानों से अलग-अलग बातें सामने आईं, जिसके कारण परिवार नौकरी को लेकर असमंजस में है.
हालांकि, मुख्य सचिव ने कन्हैयालाल की पत्नी से बातचीत करने के दौरान (Kanhaiya Lal Family on Gehlot Government Announcement) कहा कि अगर वह चाहें तो नौकरी कर सकती हैं. ऐसे में मृतक की पत्नी ने कहा कि सरकार उनके दोनों बच्चों को नौकरी दे, क्योंकि वह पढ़ी-लिखी नहीं हैं. ऐसे में मुख्य सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया कि दोनों बच्चों को नौकरी दी जाएगी. लेकिन बाद में सरकार की ओर से एक नौकरी देने की बात कही गई.
मृतक कन्हैयालाल का परिवार गहलोत सरकार की घोषणा को लेकर दुविधा में है. पढ़ें :Udaipur Tailor Murder : कन्हैयालाल के परिजनों से मिले CM गहलोत, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा...घायल कांस्टेबल को पदोन्नति
मृतक की पत्नी-बच्चे और बहन का बयान : ईटीवी भारत से खास बातचीत में मृतक के बड़े बेटे यश ने बताया कि मुख्यमंत्री ने एक सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है, लेकिन जिस दिन हादसा हुआ उस दिन दोनों भाइयों को संविदा पर नौकरी (Tailor Kanhaiya Lal Family Statement) देने की बात कही थी. बाद में एक सरकारी नौकरी देने के लिए कहा गया. अब मुख्यमंत्री, प्रशासन और मुख्य सचिव के बयानों में नौकरी देने को लेकर अलग-अलग बयान हैं. मृतक के बेटे ने कहा कि हम दोनों भाइयों को नौकरी मिलनी चाहिए.
कन्हैया लाल की पत्नी ने कहा कि वे परिवार में कमाने वाले अकेले व्यक्ति थे, लेकिन अब सरकार और प्रशासन जिस तरह बच्चों को नौकरी देने की अलग-अलग बातें कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनके दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए. मृतक कन्हैयालाल के परिवार में अब उनकी पत्नी यशोदा, उनके दो पुत्र और बूढ़ी मां हैं. मृतक कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश की उम्र 20 साल और छोटे बेटे तरुण की उम्र 18 साल है. यश बीकॉम सेकंड ईयर में है, जबकि तरुण फर्स्ट ईयर में है.
सरकार की घोषणा से असमंजस की स्थिति. पढ़ें :Murder in Udaipur : दिनदहाड़े युवक की हत्या, नूपुर शर्मा के पक्ष में डाली थी पोस्ट...दोनों आरोपी गिरफ्तार, लगा कर्फ्यू...NIA टीम उदयपुर रवाना
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से की थी मुलाकात : मुख्यमंत्री गहलोत ने मृतक कन्हैयालाल के पुत्र और अन्य परिजनों से (Gehlot Meets Kanhaiya Lal Family) 30 जून को मुलाकात की थी. इस दौरान सीएम ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा था. इसके साथ ही पीड़ित परिवार के आश्रित को सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया गया. वहीं, अजमेर में घायल कांस्टेबल संदीप चौधरी को आर्थिक सहयोग के साथ पदोन्नति देने की घोषणा की थी.