नई दिल्ली :ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सभी नौ ग्रहों की चाल का विशेष प्रभाव हर एक जातक पर पड़ता है. प्रत्येक ग्रह एक निश्चित अंतराल में एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं. इस तरह से हर महीने कोई न कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है. इसके अलावा ग्रह मार्गी से वक्री और वक्री से मार्गी चाल भी चलते हैं. नवंबर में तीन ग्रह राशि बदलेंगे. ये तीन ग्रह सूर्य, बुध और देवगुरु बृहस्पति हैं. इनमें बुध ग्रह दो बार राशि परिवर्तित (graha parivartan) करेगा.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास (Jyotishacharya Anish Vyas) ने बताया कि दो नवंबर को बुध ग्रह राशि परिवर्तन तुला में करेंगे. इस राशि में बुध 21 नवंबर तक रहेंगे और फिर वृश्चिक राशि में जाएंगे. इसके बाद सूर्य का राशि परिवर्तन 16 नवंबर वृश्चिक राशि में होगा. सूर्यदेव अभी नीच राशि तुला में हैं. 20 नवंबर को सभी ग्रहों के गुरु ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. नवंबर में तीन प्रमुख ग्रहों के राशि परिवर्तन से कुछ राशि के जातकों को शुभ फल की प्राप्ति होगी.
नवंबर में ग्रहों की युति
ज्योतिषाचार्य व्यास ने बताया कि नंबर की शुरुआत में बुध ग्रह का गोचर तुला राशि में होगा, जहां मंगल और सूर्य पहले से ही विराजमान होंगे. बुध के गोचर से तुला राशि में तीन ग्रहों की युति होगी. इस युति से कारोबारियों को लाभ मिलने की संभावना है. खासकर उन कारोबारियों को, जो सरकार के साथ जुड़कर कोई कारोबार करते हैं. यह युति 16 नवंबर तक बनी रहेगी, जब तक सूर्य राशि परिवर्तन नहीं कर लेते हैं. 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे और 21 नवंबर को बुध भी इसी राशि में गोचर करेंगे. केतु पहले से ही वृश्चिक राशि में विराजमान हैं, इसलिए 21 नवंबर को एक बार फिर तीन ग्रहों की युति वृश्चिक राशि में होगी. सूर्य-बुध-केतु की यह युति मिलेजुले फल प्रदान करेगी. इस युति के कारण सूर्य ग्रहण बनेगा, जिसके कारण सरकारी क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान मिथुन, सिंह, कन्या राशि वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
बुध का तुला और वृश्चिक राशि में गोचर
संचार, बुद्धि और चातुर्यता का कारक बुध ग्रह दो नवंबर को सुबह 10.04 बजे स्वराशि कन्या से तुला में प्रवेश करेंगे. इस राशि में बुध 21 नवंबर तक रहेंगे और फिर वृश्चिक राशि में जाएंगे. इस राशि में बुध देव और सूर्य ग्रह मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे. वृश्चिक राशि में बुध 10 दिसंबर 2021 तक रहेंगे. बुध ग्रह कन्या और मिथुन राशि के स्वामी हैं. बुध कन्या राशि में उच्च और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं. नवंबर में तुला और वृश्चिक राशि वालों के ऊपर बुध ग्रह का प्रभाव देखन को मिल सकता है.
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