बेंगलुरु: चुनावी राज्य कर्नाटक के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार रात राज्य के पुराने मैसूर क्षेत्र के पार्टी नेताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि भाजपा वहां 'नंबर एक पार्टी' के रूप में उभरे. वोक्कालिगा समुदाय बहुल ओल्ड मैसूर क्षेत्र में कमजोर मानी जाने वाली भाजपा 2023 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए इस बेल्ट पर ध्यान केंद्रित कर रही है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शाह ने जद(एस) समेत किसी अन्य दल के साथ भाजपा के किसी समझौते की संभावना से भी इनकार किया है.
अमित शाह ने पुराने मैसूर क्षेत्र में पार्टी की सीटों को बढ़ाने को लेकर तैयारियों के बारे में एक लगभग तीन घंटे तक बैठक की. उन्होंने सभी मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों, वर्तमान विधायकों, पूर्व विधायकों और सभी से बात की. राजस्व मंत्री आर अशोक ने शुक्रवार देर रात बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, नेताओं, और उनसे इनपुट एकत्र किए.
उन्होंने कहा, 'उन्होंने (शाह) कहा कि पुराने मैसूरु में जद (एस) और कांग्रेस का प्रभुत्व समाप्त होना चाहिए और भाजपा को नंबर एक पार्टी के रूप में उभरना चाहिए. इस योजना के साथ, वह अगले महीने एक बार फिर यहां के दौरे पर आएंगे.' अशोक ने कहा कि बैठक से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रेरणा मिलेगी. बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, राज्य भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पार्टी के प्रभारी महासचिव अरुण सिंह सहित अन्य ने भाग लिया.
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इससे पहले अमित शाह ने विपक्षी दल कांग्रेस और जद (एस) दोनों को परिवारवादी (वंशवादी राजनीति करने वाली) कहा और मांड्या एवं पुराने मैसुरु क्षेत्र के लोगों से राज्य में बहुमत की सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन करने को कहा. 2023 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए पार्टी इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है.