लखनऊ :राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को कहा कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं बल्कि एक विराट संस्कृति है तथा ब्राह्मणों के नाम पर स्वार्थपूर्ति के लिए प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन किए जा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं. मिश्र यहां सहकारिता भवन स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में विद्वत समिति, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित विद्वत समाज सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि मैं देख रहा था, इधर जो वातावरण बना है, लोगों ने जाति विशेष का सम्मेलन शुरू किया है जो प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन, बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन आदि-आदि नाम से किए जा रहे हैं. मुझे लगता है कि जाति विशेष के नाम पर ये सम्मलेन स्वार्थ की पूर्ति के लिए किए जा रहे हैं.
कलराज मिश्र ने कहा कि मैं अनुभव करता हूं कि जाति विशेष को भी संकुचित करने का प्रयास किया गया है. उसके प्रति सीमित नजरिया रखने की कोशिश की गई है, क्योंकि ब्राह्मण एक जाति नहीं है, ब्राह्मण स्वयं में एक संस्कृति है. यह संस्कृति बड़ी विराट है.
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि वैदिक काल से लेकर अब तक का समय व्यतीत हुआ है तब यह विराट संस्कृति बनी है. मिश्र ने कहा कि आकर्षक नाम (प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और बुद्धिजीवी सम्मेलन) देकर स्वार्थ सिद्धि को मैं समझ रहा हूं जो विद्वत समाज की आंखों में धूल झोंकने का कार्य है. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीयता को उभारकर जिस तरह राष्ट्रीयता को संकुचित किया जा रहा है, उसे विद्वत समाज को ठीक करना है.