हजारीबाग :अगर आप पान के शौकीन हैं तो आपको एक बार हजारीबाग आना होगा. यहां एक इंजीनियर ने पान की दुकान खोली है. इस पान दुकान में एक सौ से ज्यादा तरह के पान बिकते हैं, जिसकी कीमत ₹20 से लेकर ₹2100 तक की है. पान की दुकान खोलने वाले इंजीनियर का नाम संजीव कुमार है.
बीआईटी मेसरा के छात्र हैं संजीव कुमार
इंजीनियर संजीव कुमार मशहूर इंजीनियरिंग कॉलेज बीआईटी मेसरा (BIT Mesra) के छात्र हैं. वे विनोबा भावे विश्वविद्यालय के टॉपर भी रह चुके हैं. गणित विषय में उन्होंने पूरे विश्वविद्यालय में अपना परचम लहराया है. वर्तमान में टीसीएस कोलकाता में लाखों रुपये की सैलरी की नौकरी भी कर रहे हैं.
कंप्यूटर इंजीनियर ने खोली पान की दुकान लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम के दौरान संजीव कुमार को हजारीबाग अपने घर आने का मौका मिला. लिक से हटकर कुछ करने की इच्छा के कारण उन्होंने हजारीबाग में पान की दुकान खोली.
बिना जर्दा का पान
इंजीनियर संजीव कुमार की पान दुकान में एक सौ से ज्यादा तरह के पान बिकते हैं. यहां बीस रुपए से लेकर इक्कीस सौ रुपए तक के कीमत के पान हैं. खास बात ये है कि यहां के पान में जर्दा का उपयोग नहीं किया जाता है. शादी के सीजन में फर्स्ट पान नाइट नवविवाहितों की पसंद बनती जा रही है. इस पान दुकान में महिलाएं भी खूब आती हैं क्योंकि यह स्मोक-फ्री जोन है और पान में जर्दा या अन्य नशीली सामग्री का उपयोग नहीं होता है.
इस दुकान में लड्डू पान, मस्त मसाला पान, ड्राई फ्रूट्स पान, फायर पान, राबड़ी पान, कुल्फी और नट्स वाले पान उपलब्ध हैं. सबसे महंगा पान ₹2100 का है, जो फर्स्ट नाइट पान के नाम से जाना जाता है. यहां कोहिनूर पान भी है, जिसकी कीमत ₹1100 है.
हजारीबाग की मशहूर पान दुकान
एक इंजीनियर की पान की दुकान हजारीबाग में मशहूर हो चुकी है. पहले तो सौ तरह के पान, दूसरा दुकान का मालिक बीआईटी मेहरा का छात्र और तीसरा टीसीएस में काम करने वाले की दुकान... इतनी चीजें सुनकर कोई भी शख्स यहां खींचा चला आता है. ये कॉन्सेप्ट ग्राहकों को काफी पसंद आ रहा है.
आमतौर पर पान की दुकान वैसे लोग खोलते हैं, जो पढ़ाई लिखाई से दूर हों या जिनकी पुस्तैनी दुकान रही हो. लेकिन इंजीनियर की पान दुकान यह साबित करती है कि नई सोच के साथ अगर कुछ किया जाए तो कामयाबी भी कदम चूमती है. पान की दुकान के साथ लोगों को रोजगार देना संजीव कुमार की पहली प्राथमिकता है.
इनका मानना है कि वर्तमान समय में रोजगार सबको मिले यह चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में हर एक व्यक्ति को रोजगार सृजन करने की जरूरत है. यह एक छोटा सा प्रयास है, लेकिन कोशिश है कि आने वाले समय में कई लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके. संजीव कुमार की चाहत है कि वह ऐसा चेन बनाएं, जिसे पूरे विश्व भर में फैलाया जा सके और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके.
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