नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्ती के लिए लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित किया. रोजगार मेला, रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये साल 2023 का पहला रोजगार मेला है. इस साल की शुरूआत उज्जवल भविष्य की नई उम्मीदों के साथ हुई है. मैं सभी युवाओं और उनके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. आने वाले दिनों में लाखों और परिवारों को सरकारी नौकरी में नियुक्ति मिलने वाली है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, NDA और भाजपा शासित राज्यों में भी लगातार रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है. निरंतर हो रहे ये रोजगार मेले अब हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं. ये दिखाता है कि किस तरह हमारी सरकार जो संकल्प लेती है, उसे सिद्ध करके दिखाती है. उम्मीद है कि यह रोजगार मेला और अधिक रोजगार सृजन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा.
देश भर से चुने गए ये नवनियुक्त, भारत सरकार के तहत कनिष्ठ अभियंता, लोको पायलट, तकनीशियन, इंस्पेक्टर, सबइंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, कनिष्ठ लेखाकर्मी, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर आसीन होंगे. इस रोजगार कार्यक्रम के दौरान, नए शामिल अधिकारियों के 'कर्मयोगी प्रारंभ' मॉड्यूल से सीखने से जुड़े अनुभवों को भी साझा किया जाएगा. 'कर्मयोगी प्रारंभ' मॉड्यूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त लोगों के लिए एक ऑनलाइन दिशानिर्देश पाठ्यक्रम है.
प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपे जाने से पहले नवनियुक्त कर्मियों ने कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के बारे में उनसे अपने अनुभव भी साझा किए. पश्चिम बंगाल की सुप्रभा, कश्मीर के श्रीनगर के फैजल शौकत शाह, बिहार के दिव्यांग राजू कुमार और तेलंगाना के वायसी कृष्णा सहित कुछ युवाओं ने प्रधानमंत्री को अपने संघर्षों और अनुभवों के बारे में बताया. कर्मयोगी प्रबंधन मॉड्यूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरंभिक पाठ्यक्रम है.