भेजी गयी नोटिस पर एसडीएम की सफाई. मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में शहीद क्रांतिकारी खुदीराम बोसको नोटिस भेजा (notice to martyr Khudiram Bose In Muzaffarpur) गया है. यह नोटिस बिजली विभाग ने भेजा है. नोटिस में क्रांतिकारी खुदीराम बोस को कहा गया है कि एक सप्ताह के अंदर आप बिजली बिल जमा करें, अन्यथा आपकी बिजली काट दी जाएगी. इस तरह के नोटिस भेजे जाने की जानकारी मिलने के बाद लोगों में बिजली विभाग के प्रति नाराजगी देखी जा रही है.
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1 लाख 36 हजार रुपये का बिजली बिल बकायाःदरअसल, मुजफ्फरपुर के कंपनीबाग में देश के दो शहीदों खुदीराम बोस और प्रफुल चंद चाकी का स्मारक बना हुआ है. इस स्मारक में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से बिजली का कनेक्शन दिया गया है. इस स्मारक की देखभाल करने वाली एजेंसी ने कई महीनों से बिजली का बिल नहीं दिया था. अब इसका बिल 1 लाख 36 हजार 943 रुपये आया है.
नोटिस मिलने से लोगों में नाराजगीः इतनी बड़ी राशि बकाया होने पर बिजली विभाग ने शहीदों के नाम नोटिस जारी किया. इसमें कहा गया कि एक सप्ताह में बिल जमा नहीं करने पर बिजली काट दी जाएगी. अब ऐसे में देश की आजादी के लिए जान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक की बिजली काटने को लेकर नोटिस जारी होने के बाद से स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति रोष है. लोगों का कहना है कि अगर स्मारक का बिजली कनेक्शन काटा गया, तो जनता सड़क पर उतरेगी.
शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल चंद चाकी श्रीबाबू ने किया था स्मारक का उद्घाटनः शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल चंद चाकी ने तत्कालीन किंग्सफोर्ड की बग्घी पर बम फेंकर उसे मारने की कोशिश की थी. इसके लिए 11 अगस्त 1908 को खुदी राम बोस को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी. इसी की याद में मुजफ्फरपुर के कंपनी बाग में उनका स्मारक बनाया गया है. इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह ने किया था.
''मामला हमलोगों के संज्ञान में आया है. खुदीराम बोस स्मारक पार्क की देखभाल का जिम्मा सहारा एजेंसी के पास है. वहीं बिजली बिल का भुगतान करती है. चूंकि बिल कंप्यूटर साफ्टवेयर जेनरेटेड होता है, इसलिए उसमें खुदीराम बोस का नाम चला गया. बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव से बात हुई है. जांचकर कार्रवाई की जाएगी'' -ज्ञान प्रकाश, एसडीएम, पूर्वी मुजफ्फरपुर