नई दिल्ली : पंजाब में राजनीतिक बदलाव के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन आज के चुनाव नतीजों ने बदलाव की नई परिभाषा तय कर दी है. यहां आम आदमी पार्टी ने न सिर्फ बहुमत के आंकड़े को पीछे छोड़ा, बल्कि जीत की सीटों का ऐसा पहाड़ भी खड़ा किया कि कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी समेत उसके सहयोगी देखते रहे. पंजाब की 112 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं. AAP ने अब तक 92 सीटें जीती हैं, कांग्रेस को 18 सीटें मिली हैं और अकाली दल को सिर्फ 4 सीटों से संतोष करना पड़ा है जबकि एक सीट अन्य को मिली है.
आप के सीएम उम्मीदवार भगवंत मान ने रिकॉर्ड 45,000 वोटों से जीत दर्ज की है. मौजूदा सीएम चरणजीत चन्नी आप उम्मीदवार से अपनी दोनों सीटें हार गए. वहीं नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुखबीर सिंह बादल को भी आप के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 30 साल में पहली बार बादल परिवार के किसी सदस्य ने विधानसभा चुनाव नहीं जीता.
जानिए कौन है सीएम चन्नी को हराने वाले लाभ सिंह उगोके
अगर हम आपको बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री को मोबाइल रिपेयर की दुकान में काम करने वाले एक शख्स ने हरा दिया है, तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा. लेकिन ये सच है. दरअसल आम आदमी पार्टी के इस उम्मीदवार का नाम लाभ सिंह उगोके है, जिन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को 37,558 वोटों के भारी अंतर से हराया था. उनकी मां एक सरकारी स्कूल में सफाई कर्मचारी का काम करती हैं. जबकि पिता खेतों में काम करता है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जीत के बाद यही जानकारी देते हुए कहा कि, आम आदमी सोचता है कि वह क्या कर सकता है, लेकिन आम आदमी चाहे तो कुछ भी कर सकता है. अपने चुनावी हलफनामे में लाभ सिंह उगाके ने अपनी संपत्ति के रूप में एक हीरो होंडा मोटरसाइकिल का उल्लेख किया है, जिसे उन्होंने लगभग 8 साल पहले खरीदा था . टिकट मिलने के बाद लाभ सिंह उगाके ने दावा किया था कि वह मुख्यमंत्री चन्नी को हराकर इतिहास रचेंगे.
गारंटी कार्ड लेकर घर-घर पहुंची 'आप' :
पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत उसकी चुनावी रणनीति की कामयाबी है. चुनाव नजदीक आते ही आप ने मुद्दों को लेकर प्रचार शुरू कर दिया. अच्छे सरकारी स्कूलों और बेहतर अस्पतालों की बात की. फिर 18 साल से ऊपर की हर महिला को 400 यूनिट मुफ्त बिजली और एक हजार रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की साथ ही घर-घर जाकर गारंटी कार्ड भरवाएं . अपनी इस रणनीति से चुनाव की घोषणा से पहले ही आप पार्टी पंजाब में गरीब उत्थान और दलित भाईचारे की भावनाएं घर-घर पहुंचा चुकी थी.
जानिए पंजाब की हॉट सीटों का हाल :
पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार सभी बड़े चेहरों की हार हुई है. आम आदमी पार्टी की सुनामी में 94 वर्षीय प्रकाश सिंह बादल को अपने राजनीतिक जीवन की दूसरी हार का सामना करना पड़ा. वहीं 80 वर्षीय कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपने राजनीतिक करियर में दूसरी बार विधानसभा चुनाव में हार गए . आज तक एक भी चुनाव नहीं हारने वाले चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया का रिकॉर्ड भी टूट गया है. चन्नी जहां दोनों सीटों से हार गए, वहीं उनके 80% मंत्री भी नहीं जीत सके. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल भी जलालाबाद से हार गए. लोगों ने बॉलीवुड स्टार सोनू सूद को भी खारिज कर दिया, जो बहन मालविका सूद को बढ़ावा देकर राजनीति में आने की कोशिश कर रहे थे. चन्नी की हार के साथ ही पंजाब में कांग्रेस की दलित राजनीति भी विफल हो गई.
अमृतसर सीट का हाल :
अमृतसर पूर्व सीट से आम आदमी पार्टी की जीवनजोत कौर ने शुरूआती दौर से बढ़त बना ली है, जो अंत तक चली. जीवनजोत कौर को 39520 वोट मिले. यहां नवजोत सिद्धू 32807 मतों के साथ दूसरे और अकाली दल के बिक्रम मजीठिया 23112 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. यह कांग्रेस की पारंपरिक सीट थी.
भादुर - चन्नी न तो खुद जीत पाए और न ही मालवा में पार्टी जीत सके
भदौर सीट से आप के लाभ सिंह उगोके ने एकतरफा जीत दर्ज की . लाभ सिंह उगोके ने पहले ही दौर से जो बढ़त बनाई वह केवल समय के साथ बढ़ती गई. यूगोके को यहां कुल 63514 वोट मिले और 37,558 वोटों से जीत हासिल की. यहां चरणजीत सिंह चन्नी को 26294 और अकाली दल के सतनाम सिंह राही को 21065 वोट मिले .