गोंडा: इलाज न मिलने से पिता ने बेटे की गोद में दम (Elderly died due to lack of treatment in up) तोड़ दिया. सबसे हैरानी की बात तो यह रही कि इमरजेंसी में से शव बाहर लाने के लिए भी स्ट्रेचर मुहैया नहीं कराई गई. बेटा गोद में पिता का शव लेकर प्राइवेट गाड़ी से घर लेकर गया. मामला बुधवार (24 अगस्त) का बताया जा रहा है. बेटे सोहन लाल ने इसकी शिकायत CM योगी सहित उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है.
मृतक बुजुर्ग राम उदित मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिपरा भिटौरा का निवासी बताया जा रहा है. सोहनलाल के बुजुर्ग पिता राम उदित को सांस लेने की दिक्कत हो रही थी. बुधवार (24 अगस्त) को वह पिता को लेकर गोंडा जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचा. सोहनलाल ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में भीड़ होने के कारण उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया और बाहर ही बरामदे में बैठा दिया गया. अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि, जब नंबर आएगा तो बुला लेंगे. उन्होंने बताया कि, फिर वह अपने बुजुर्ग पिता को लेकर आधे घंटे से अधिक समय तक इमरजेंसी वार्ड के बाहर बरामदे में बैठे रहे हैं, लेकिन किसी ने भी उन्हें अंदर नहीं बुलाया.
सोहनलाल ने बताया कुछ देर बाद पिता के शरीर में कोई हरकत नहीं महसूस हुआ और उनका सिर लटक गया. इस पर वह उन्हें जबरदस्ती इमरजेंसी वार्ड के अंदर ले गया. उन्होंने आरोप लगाया कि, पिता के दम तोड़ देने के बाद भी वहां डॉक्टरों ने उन्हें ऑक्सीजन लगा दिया और कुछ देर बाद उन्होंने मौत (Elderly died due to lack of treatment in up) होने की खबर दी. इसके बाद भी हमे शव ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं दिया गया.