मुंबई: महाराष्ट्र में चुनाव आयोग द्वारा एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना घोषित किए जाने और शिवसेना का असली चुनाव चिन्ह तीर-कमान को भी एकनाथ शिंदे गुट को दिए जाने के बाद शिंदे गुट में खुशी की लहर दौड़ गई है. इसी के चलते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर अपनी डिस्प्ले तस्वीर अपडेट कर दी है और तस्वीर के रूप में शिवसेना के 'धनुष और तीर' का चिन्ह लगाया. इसके अलावा उनके कवर तस्वीर पर उनकी और बाला साहेब ठाकरे की एक साथ की तस्वीर लगी हुई है.
जहां एक ओर शिंदे गुट में चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर खुशी है, वहीं दूसरी ओर उद्धव ठाकरे के गुट में चुनाव आयोग के खिलाफ रोष पैदा हो गया है. उद्धव ठाकरे गुट ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग के इस फैसले से यह साबित हो गया है कि वह भारतीय जनता पार्टी के कहे अनुसार ही काम कर रहा है. इस लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है और चुनाव आयोग यह निर्धारित नहीं कर सकता है कि असली शिवसेना कौन सी है.
चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर उद्धव ठाकरे ने भी विरोध किया है. ठाकरे ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं और उन्होंने कहा कि शिंदे गुट को पता था कि फैसला उनके पक्ष में आएगा. चोर चोर ही रहता है. ये लड़ाई आखिरी तक लड़ेगे, विजय हमारी ही होगी. तीन कमान चुराने का आनंद फिलहाल लेने दो. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद बालासाहब मेमोरियल पहुंचे, जहां उन्होंने बाला साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित किए.
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वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि 50 विधायक, 13 सांसद, सैकड़ों जनप्रतिनिधि और लाखों कार्यकर्ता चोर हैं. आप क्या? आत्मनिरीक्षण करें कि यह दिन क्यों आया है? आपने 2019 में बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को बेच दिया. उन्होंने (उद्धव ठाकरे गुट ने) 2019 में 'धनुष और तीर' को गिरवी रख दिया था. हमने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा और 'धनुष और तीर' को भुनाया. मैं इस पवित्र कार्य के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूं.