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लखनऊ के इकाना स्टेडियम में 40 हजार लोगों की जिंदगी से हो रहा खिलवाड़, जांच में खुलासा

राजधानी लखनऊ का इकाना स्टेडियम इन दिनों विवादों के घेरे में आ गया है. होर्डिंग गिरने से मां-बेटी की मौत और फायर विभाग की जांच रिपोर्ट ने स्टेडियम प्रबंधन के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. हालांकि स्टेडियम प्रबंधन ने किसी कमी होने से इंकार कर दिया है.

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Published : Jun 7, 2023, 7:28 AM IST

Updated : Jun 7, 2023, 11:39 AM IST

लखनऊ : राजधानी लखनऊ का अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम के बाहर लगी होर्डिंग ही नहीं, बल्कि स्टेडियम के अंदर का हिस्सा भी जानलेवा है. जो कभी भी किसी प्रकार का हादसा होने पर सैकड़ों लोगों की जान ले सकता है. लखनऊ के फायर विभाग ने हाल ही में इकाना स्टेडियम प्रबंधन को कई खामियां गिनाते हुए एक जांच रिपोर्ट भेजी है, जिसमें कहा गया है कि स्टेडियम में आपातकाल की स्थिति में अंदर फंसे लोगों को बाहर निकलने के लिए जितने भी रास्ते हैं वह सभी नियमों के विपरीत बने हुए हैं जो कभी भी यहां आने वाले 40 हजार दर्शकों की जान खतरे में डाल सकते हैं. ऐसे में अक्टूबर में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले फायर विभाग की जांच इकाना प्रबंधन की मुस्किले बढ़ा सकती है.

अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम.
अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम के खास तथ्य.

बता दें, राजधानी के सुल्तानपुर रोड पर स्थित इकाना स्टेडियम में लगी होर्डिंग गिरने से मां-बेटी की मौत होने के बाद इकाना स्टेडियम चर्चा में है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि हादसे की वजह बनी होर्डिंग नियमों को दरकिनार कर लगाई गई थी. हालांकि अब कई हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं. हाल ही में हुए आईपीएल के साथ मैच के दौरान फायर विभाग को स्टेडियम में कई खामियां मिली थीं. ये ऐसी खामियां थीं जो कभी भी इस स्टेडियम में मैच देखने आने वाले 40 हजार दर्शकों की जान को खतरे में डाल सकती हैं. इसी को लेकर फायर विभाग ने इकाना प्रशासन को एक जांच रिपोर्ट भेजी है.

अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम.
फायर विभाग का नोटिस.


फायर विभाग ने जांच में पाया है कि इकाना स्टेडियम के अंदर एग्जिट गेट पर नियम के विपरीत कई अवरोध पैदा करने वाले बैरिकेडिंग लगाए गए हैं. फायर विभाग का मानना है कि यदि कोई आपातकाल स्थिति उत्पन्न होती है या फिर आग लगती है तो लोगों को बाहर करने के लिए इन्ही एग्जिट गेट का इस्तेमाल किया जाएगा और इन अवरोध पैदा करने वाले दरवाजों से भीड़ नहीं निकल सकेगी. जिस कारण बड़ी संख्या में जनहानि हो सकती है. फायर विभाग ने नोटिस में कहा है कि स्टेडियम में सिटिंग क्षेत्र और मैदान के बीच लगी लोहे की बाउंड्री में बचा हुआ खाली स्थान में इकाना प्रबंधन द्वारा बड़े बड़े जनरेटर और स्क्रीन रखी गई है. जबकि यह स्थान पूर्णतया खाली होना चाहिए. जिससे अपातकाल स्थिति में उस खाली स्थान पर स्टेडियम में मौजूद भीड़ खड़ी हो सके. विभाग ने तत्काल उस क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा है.

अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम.




इकाना प्रबंधन ने कमी होने से किया इंकार :फायर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नियमानुसार हर क्रिकेट मैच प्रतियोगिता से पहले इकाना प्रबंधन को फायर सर्विस से अनुमति लेनी आवश्यक होती है, ताकि विभाग यह सुनिश्चित कर ले कि स्टेडियम ने आने वाले दर्शकों के जीवन का संकट न उत्पन्न हो सके या फिर कोई भी दुर्घटना न घटे, लेकिन स्टेडियम प्रबंधन द्वारा न ही किसी प्रकार की अनुमति ली जाती है और न ही भेजी जाने वाली नोटिस का संज्ञान लिया जाता है. ऐसे में 40 हजार दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम वहां आने वाले दर्शकों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है. हालांकि होर्डिंग्स हादसे में दो लोगों की मौत के बाद से ही इकाना प्रबंधन कुछ भी बोलने से बच रहा है. फायर विभाग की नोटिस के विषय में इकाना के पीआरओ गौरव ने बताया कि मैच के दौरान सभी विभाग के अधिकारी स्टेडियम में मौजूद रहते हैं. ऐसे में तब अधिकारियों को कमी दिखनी चाहिए थी. फिलहाल उन्होंने किसी भी कमी का होने से इंकार किया है.



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Last Updated : Jun 7, 2023, 11:39 AM IST

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