श्रीनगर : पूरे देश में ईद का त्योहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया. वहीं श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद (Srinagar historic Jamia Masjid) में एक बार फिर सन्नाटा पसरा रहा. मस्जिद में पिछले चार साल से ईद की नमाज नहीं हो रही है.
वहीं मस्जिद की प्रबंधन समिति के सदस्यों का कहना है कि चूंकि प्रशासन ने निर्धारित समय पर नमाज अदा करने से मना कर दिया था. इसलिए इस साल भी नमाज नहीं हुई. इसी क्रम में समिति के एक सदस्य ने कहा कि आज प्रशासन ने हमें सुबह 9 बजे के निर्धारित समय के बजाय सुबह 7.30 बजे नमाज अदा करने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा कि हमारी दलीलों और याचिकाओं के बावजूद हमें निर्धारित समय पर नमाज अदा करने से मना कर दिया.
हालांकि जम्मू कश्मीर की अन्य स्थानीय मस्जिदों में ईद की नमाज सुचारू रूप से अदा की गई. इस दौरान कश्मीर घाटी में शांति. सुरक्षा, विकास और समृद्धि के लिए प्रार्थना की. सुबह से ही श्रीनगर शहर के अलावा अन्य छोटी-बड़ी सभी मस्जिदों सहित सबसे बड़ा जमावड़ा दरगाह हजरत बल में हुआ. ईद उल-फितर एक प्रमुख इस्लामी त्योहार है जो रमजान के पवित्र महीने के अंत में दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जाता है. ईद उल-फ़ितर की तारीख नए चांद के देखे जाने से निर्धारित होती है. इस त्योहार के दौरान, मुसलमान आमतौर पर विशेष सुबह की प्रार्थना में शामिल होते हैं, परिवार और दोस्तों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और उत्सव के भोजन को साझा करते हैं.
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