भागलपुर :बाढ़ की वजह से बिहार (Bihar Flood) के भागलपुर (Bhagalpur Flood) के 16 प्रखंड में से लगभग 10 प्रखंड जलमग्न हो गए हैं. यहां के कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. बाढ़ के बीचों बीच छात्र अपनी पढ़ाई करने को भी मजबूर हैं. छप्पर पर बैठ छात्र यहां पढ़ाई कर रहे हैं, ताकि इनका भविष्य उज्जवल हो सके.
सबौर प्रखंड के बगडेर बगीचे के रहने वाले नीतीश का पूरा गांव जलमग्न हो चुका है. लेकिन नीतीश ने बाढ़ के कारण अपनी पढ़ाई रुकने नहीं दी. गांव के साथ ही पूरा परिवार ऊंचे स्थान पर शरण लिए है. वहीं सामानों की रखवाली के साथ ही नीतीश बाढ़ के बीच छप्पर पर बैठकर आईटीआई की तैयारी कर रहा है. नीतीश के पढ़ाई करने के जज्बे की आज हर कोई सराहना कर रहा है.
बात दें कि पिछले 20 दिनों से गांव टापू बना हुआ है. घरों में 10 फीट तक पानी भरा है. नीतीश ने दसवीं की परीक्षा सबौर हाई स्कूल से 366 अंक लाकर फर्स्ट डिवीजन से पास किया और स्कूल में उसे पांचवां स्थान मिला था.
बचपन से ही देखते आ रहे हैं कि गांव हर वर्ष बाढ़ की विभीषिका झेलता है. बाढ़ के समय मेरा पूरा परिवार ऊंचे स्थान पर चला जाता है. मैं घर और सामानों की देखभाल करता हूं. मार्च में मेरी परीक्षा होनी है लेकिन ऐसे हालातों में पढ़ाई कर पाना आसान नहीं है. पता नहीं इस बार मुझे अच्छे अंक आएंगे या नहीं.-नीतीश कुमार, बाढ़ में फंसा छात्र
बाढ़ के कारण बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है. एक तो कोरोना की वजह से पढ़ाई बाधित हुई. अब जब स्कूल और कॉलेज खुल गए तो बाढ़ के कारण भागलपुर में स्कूलों को बंद करना पड़ा है. बाढ़ के कारण सबौर सुल्तानगंज, नाथनगर, पीरपैंती, कहलगांव, बिहपुर, गोपालपुर खरीद प्रखंड में करीब 50 से 60 की संख्या में स्कूलों में पानी भर गया है.