नई दिल्ली :भारत के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र कक्षा तीन, पांच, आठ और दसवीं के अंत में क्या-क्या जानते हैं और क्या कर सकते हैं, इसका पता लगाया जाएगा. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय देश भर के करीब सवा लाख स्कूलों के छात्रों की इस क्षमता का पता लगाने जा रहा है. देश भर के छात्रों की उपलब्धि जानने के लिए मंत्रालय राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की मदद लेगा. इस सर्वेक्षण अभियान से पता लग सकेगा कि कोरोना महामारी के दौरान छात्रों की सीखने की क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ा है. साथ ही ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम, सीखने की क्षमता को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे ही कई अन्य विषयों की जानकारी इस सर्वेक्षण के माध्यम से मिल सकेगी.
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) छात्रों की सीखने की उपलब्धि का आकलन करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का एक राष्ट्रव्यापी, नमूना-आधारित सर्वेक्षण है. 12 नवंबर, 2021 से देशभर में 733 जिलों के 1.23 लाख स्कूल इस सर्वेक्षण में भाग ले सकेंगे. यह सर्वेक्षण देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किया जा रहा है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि एनएएस 2021 का उद्देश्य संबंधित कक्षाओं में छात्रों के सीखने के परिणामों को जानना है. छात्रों की सीखने की क्षमता को मापकर यह पता लगाया जाएगा कि कक्षा तीन, पांच, आठ और दसवीं के अंत में छात्र क्या जानते हैं और क्या कर सकते हैं. यह सर्वेक्षण सीखने की इस पूरी प्रक्रिया का एक स्नैपशॉट प्रदान करेगा.
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