नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने एक और एक्शन लिया है. संसद के सत्र के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को ईडी ने समन भेजा, जिसपर कांग्रेस ने सरकार पर हमला किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने समन भेजे जाने पर कहा, लोकतंत्र के इतिहास में यह कभी नहीं हुआ जब विपक्ष के नेताओं को संसद के सत्र के दौरान एजेंसी द्वारा बयान देने के लिए बुलाया गया हो. यदि खड़गे जी को बुलाना था तो सुबह 11 बजे से पहले या शाम 5 बजे के बाद बुला लेते.
दिग्विजय सिंह ने कहा क्यूंकि जब हेराल्ड दफ्तर पर ईडी गई तब खड़गे देर रात तक मौजूद रहे. आखिर मोदी इतने डरे हुए क्यों हैं? महंगाई बढ़ी हुई है, हम अपनी लड़ाई नहीं लड़ रहे आप लोगों की लड़ाई लड़ रहे. सभी सांसद कल राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और कहेंगे कि वित्त मंत्री को हालात की जानकारी नहीं है.
उनके अलावा कांग्रेस के अन्य सांसदों ने भी इसे इतिहास में पहली बार ऐसा होने की बात कही. वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, महंगाई को लेकर हम आवाज उठा रहे हैं और हमें रोका जा रहा है. हमारे नेता को बीच सदन में ईडी ने बुला लिया, जबकि संसद में उनको चर्चा करनी थी. यह इतिहास में कभी नहीं हुआ. सरकार चाहे जितना हमें डराने का प्रयास कर ले लेकिन कांग्रेस डट कर खड़ी रहेगी.
प्रवर्तन निदेशालय हेराल्ड हाउस भवन में जांच अधिकारियों के समक्ष कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के उपस्थित होने के बाद यंग इंडियन के कार्यालय में तलाशी की कवायद फिर शुरू कर दी. कांग्रेस के स्वामित्व वाले समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक इसी कंपनी के पास है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता 80 वर्षीय खड़गे आईटीओ के पास बहादुर शाह जफर मार्ग पर इस भवन में अपराह्न करीब 12:40 बजे पहुंचे और ईडी के अधिकारियों से मिले. ईडी ने उनके खिलाफ समन जारी किया था, क्योंकि जांच एजेंसी चाहती थी कि यंग इंडियन के कार्यालय पर छापेमारी के दौरान कंपनी के प्रमुख अधिकारी के तौर पर खड़गे मौजूद रहें.