मुंबई :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना के सांसद संजय राउत को मुंबई की एक 'चॉल' के पुन:विकास और उनकी पत्नी और मित्रों से जुड़े अन्य वित्तीय लेन-देन से संबंधित धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए मंगलवार को नया नोटिस जारी किया और उनसे शुक्रवार को एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा. इससे पहले केंद्रीय एजेंसी ने राज्यसभा के सदस्य राउत से कहा था कि वह मंगलवार को दक्षिण मुंबई में स्थित संघीय जांच एजेंसी के दफ्तर में उसके अधिकारियों के सामने पेश हों और धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराएं.
राउत ने आज एजेंसी के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताते हुए कहा था कि ईडी उन्हें पेश होने के लिए नई तारीख दे दें. उन्होंने इसके लिए आधिकारिक प्रतिबद्धताएं और अलीबाग में एक जनसभा में शामिल होने का हवाला दिया था. उनके वकीलों ने मंगलवार को मुंबई में ईडी के अधिकारियों से मुलाकात की और उनकी पेशी के लिए 14 दिन का समय मांगा, लेकिन एजेंसी ने उन्हें इस महीने के अंत तक की राहत दी.
राउत ने ईडी के समन को सोमवार को साजिश बताया था और कहा था कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए. हालांकि उन्होंने अधिकारियों के साथ सहयोग करने की बात भी कही थी. यह घटनाक्रम ऐसे वक्त पर हुआ है जब शिवसेना के विधायकों की बगावत की वजह से महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के भविष्य पर सवालिया निशान लगा हुआ है. पार्टी के बागी विधायकों को पहले सूरत और फिर गुवाहाटी ले जाया गया। शिवसेना नीत एमवीए गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अन्य घटक दल हैं.