नई दिल्ली : मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और कथित तौर पर एक फर्जी पासपोर्ट तैयार करने के मामले में मंगलवार को पंजाब में आप के बागी विधायक सुखपाल सिंह खैरा और कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की. अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि खैरा के चंडीगढ़ में सेक्टर पांच स्थित आवास, हरियाणा एवं पंजाब में पांच अन्य स्थानों और दिल्ली में दो जगहों पर तलाशी ली जा रही है.
खैरा (56) पंजाब एकता पार्टी के विधायक हैं और 2019 में उन्होंने इस पार्टी का गठन किया था. वह कपूरथला जिले में भोलाथ से विधायक हैं. वह 2017 में आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे.
पंजाब एकता पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैरा का बयान खैरा ने पत्रकारों से बातचीत में अपनी सफाई दी है, उनका कहना है कहा कि ‘उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है.' उन्होंने बताया कि ईडी की टीम सुबह साढ़े सात बजे उनके घर पहुंची.
पंजाब विधानसभा बजट सत्र के दौरान खैरा के ठिकानों पर ईडी के छापेमारी का मुद्दा भी गूंजा. अकाली दल के विधायक माला परमिंदर सिंह ढींडसा ने इस मुद्दे को उठाया और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि पंजाब विधानसभा को ईडी के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए जैसा कि उसने सीबीआई के लिए किया था.
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प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत खैरा एवं अन्य के खिलाफ यह कार्रवाई की गयी है, और इस छापेमारी का मकसद सिर्फ जांच को आगे बढ़ाना और साक्ष्य जमा करना है.
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उन्होंने बताया कि मादक पदार्थ की कथित तस्करी और फर्जी पासपोर्ट मामले के संबंध में पीएमएलए की जांच की जा रही है. सूत्रों ने मुताबिक इस मामले के कुछ आरोपी जेल में हैं.