एर्नाकुलम: ईडी ने केरल में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के पूर्व नेताओं के घरों पर छापेमारी की. एर्नाकुलम, त्रिशूर, मलप्पुरम और वायनाड जिलों में छापेमारी की. यह छापेमारी इस सूचना के आधार पर की गई है कि हवाला पैसे का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया गया है. छापेमारी की कार्रवाई आज सुबह छह बजे शुरू हुई.
छापेमारी केंद्रीय सशस्त्र बलों के संरक्षण में की गई. यह छापेमारी जमाल के घर पर किया गया. वह कोच्चि के कुम्बलम में पीएफआई जिला नेता था. यह छापेमारी की कार्रवाई त्रिशूर के पूर्व राज्य पीएफआई नेता लतीफ के घर पर भी की गई. मलप्पुरम जिले में और अधिक केंद्रों पर छापेमारी की गई. संकेत है कि ईडी पॉपुलर फ्रंट के दूसरे दर्जे के नेताओं को निशाना बना रही है.
एनआईए की रिपोर्ट के आधार पर इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या इनके जरिए काले धन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया गया था. छापेमारी की इस कार्रवाई में दिल्ली और कोच्चि ईडी की इकाइयां संयुक्त रूप से भाग ले रही हैं. जांच एजेंसियों को संदेह है कि प्रतिबंध के बाद भी केरल में पॉपुलर फ्रंट स्लीपर सेल सक्रिय हैं.
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इससे पहले एनआईए ने राज्य भर में पीएफआई केंद्रों पर छापेमारी की थी. इसके बाद ईडी भी जांच में जुट गई. ईडी ने तमिलनाडु में भी पीएफआई के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई की थी. केंद्र सरकार ने पिछले साल पीएफआई पर 5 साल के लिए बैन लगा दिया था. इसके आठ सहयोगी संगठनों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी. बैन लगाए जाने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी.