जयपुर.हर घर तक नल से पानी पहुंचाने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में प्रदेश में हुए कामों में घोटाले की शिकायत को लेकर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ईडी की टीमें आज शुक्रवार सुबह से जयपुर और अलवर के साथ ही कई अन्य शहरों और कस्बों में भी जल जीवन मिशन से जुड़े अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इस मामले में अधिकारियों के साथ ही ठेकेदार भी ईडी के रडार पर हैं. कार्रवाई के दौरान एक बिल्डर के यहां से करोड़ों की नकदी मिली है.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के एक ठेकेदार के जयपुर में वैशाली नगर, झोटवाड़ा, सिंधी कैंप स्थित ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. जबकि अलवर में दो जगहों पर अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर भी छापेमारी की जानकारी मिली है. ताजा अपडेट के अनुसार, शाहपुरा, विराटनगर और दूदू में भी ईडी ने छापा मारा है. इससे पीएचईडी के अधिकारियों और ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है.
करोड़ों रुपए बरामदः प्रवर्तन निदेशालय की ओर से प्रॉपर्टी कारोबारी, रिटायर्ड आरएएस अधिकारी, बिल्डर समेत कई अन्य लोगों के यहां कार्रवाई की जा रही है. ईडी ने कार्रवाई के दौरान एक बिल्डर के घर से करोड़ों रुपए बरामद किए हैं. बड़ी संख्या में नकदी मिलने पर ईडी के अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी. इस ठिकाने पर करीब 12 घंटे से ईडी की टीम कार्रवाई में जुटी है. आधिकारिक रूप से अभी तक इस बारे में ईडी की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
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कड़ी सुरक्षा के बीच टीमों ने की छापेमारीःईडी ने बहरोड में पीएचईडी के अधिशासी अभियंता कार्यालय में भी छापेमारी कर दस्तावेज खंगाले हैं. जयपुर के साथ ही अलवर, शाहपुरा, बहरोड़ और दूदू में करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों पर भी ईडी की टीमों ने छापेमारी की है. जहां-जहां ईडी की टीम छापेमारी करने पहुंची. वहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए. पुलिस के साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बालों के जवान भी तैनात किए गए.
जयपुर, दिल्ली के साथ गुजरात की भी टीम:राजधानी जयपुर और अलवर में पीएचईडी अधिकारियों और ठेकेदार के ठिकानों पर छापेमारी करने ईडी को जो टीमें पहुंची हैं. उनमें जयपुर के साथ ही दिल्ली और गुजरात की टीम भी शामिल है. पीएचईडी के जिन अधिकारियों और ठेकेदारों को पिछले दिनों भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत के लेन-देन में पकड़ा है. वे खास तौर पर ईडी के निशाने पर हैं. इसके साथ ही उनके आलाधिकारियों पर भी ईडी की नजर है.
बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप :राजस्थान में जल जीवन मिशन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. भाजपा नेता किरोड़ीलाल मीणा ने इसे लेकर पिछले दिनों मोर्चा खोला था. उन्होंने करीब 900 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लगाए थे. इसके तार ऊपर तक जुड़े होने के आरोप भी लगाए थे. अब ईडी इन घोटालों से जुड़ी फाइलें खंगाल रही है. इसके साथ ही अधिकारियों व ठेकेदारों से पूछताछ की भी तैयारी में जुटी है. ऐसे में आने वाले दिनों में ठेकेदारों और अधिकारियों के साथ ही राजनीति से जुड़े लोगों की भी परेशानी बढ़ सकती है.
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मंत्री के करीबी रिटायर्ड RAS और प्रॉपर्टी डीलर पर भी शिकंजा :जल जीवन मिशन में बड़े पैमाने पर घोटाले को लेकर ईडी ने पीएचईडी के अधिकारियों और ठेकेदारों के साथ ही एक प्रॉपर्टी डीलर और एक रिटायर्ड आरएएस अधिकारी पर भी शिकंजा कैसा है. ये दोनों पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के करीबी बताए जा रहे हैं.
ये ठेकेदार और अधिकारी हैं निशाने पर :पिछले दिनों एसीबी की गिरफ्त में आए पीएचईडी के ठेकेदार पदमचंद जैन, पीएचईडी के बहरोड़ एक्सईएन मायालाल सैनी, नीमराना जेईएन प्रदीप, एईएन राकेश चौहान, कंपनी सुपरवाइजर मलकेत सिंह और प्राइवेट व्यक्ति प्रवीण कुमार भी ईडी के रडार पर हैं. इनसे जुड़े ठिकानों पर भी ईडी की टीमें छापेमारी कर रही है. बता दें कि एसीबी ने इन छह लोगों को बकाया बिल पास करने के बदले रिश्वत के लेनदेन के मामले में गिरफ्तार किया था. इनके साथ ही विभाग के कई उच्चाधिकारियों पर भी ईडी की नजर है. ऐसे में पीएचईडी के ऑफिस भी ईडी की टीम किसी भी वक्त पहुंच सकती है.
होटल्स पर तीन दिन चला सर्च, 1.27 करोड़ जब्तःराजस्थान के जयपुर और उदयपुर के साथ ही दिल्ली और मुंबई में होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों पर तीन दिन तक चले सर्च ऑपरेशन को लेकर ईडी ने आधिकारिक बयान जारी किया है. ईडी ने ट्वीट कर बताया कि मुंबई, दिल्ली, जयपुर और उदयपुर में कई होटल्स और इनके प्रमोटर्स के ठिकानों पर 29 अगस्त से 31 अगस्त तक सर्च की कार्रवाई की है. इस दौरान 1.27 करोड़ रुपए नकद जब्त किए गए हैं. इसके साथ ही कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए हैं.