नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास समेत दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले उनके विभाग के सरकारी कर्मचारी व उनके करीबियों के 9 ठिकानों परईडी की छापेमारी रात तक जारी रही. सूत्रों के मुताबिक सर्च आपरेशन के दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व इलेक्ट्रानिक सुबूत मिले हैं, जिन्हें सीज कर लिया है. जांच एजेंसी कैबिनेट मंत्री से जुड़े हवाला कारोबारियों के नेटवर्क को खंगाल रही है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में कई बड़े हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है. कई सरकारी अधिकारी जांच एजेंसी के रडार पर हैं. जिन 9 ठिकानों पर छापेमारी की गई वहां मौजूद 50 से अधिक लोगों से ईडी ने घंटों पूछताछ की. सुबह से देर रात तक ईडी की कार्रवाई चलती रही.
राजकुमार आनंद दिल्ली सरकार में सबसे नवनियुक्त मंत्री हैं. गत वर्ष राजेंद्र पाल गौतम की जगह इन्हें केजरीवाल सरकार ने अपनी कैबिनेट में शामिल किया था.
यह है आरोप :
समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद पर हवाला काराेबारियों से सात करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन का आरोप है. राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) में भी मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज है. उसी मुकदमे को आधार बनाकर ईडी ने अब मनी लांड्रिंग के तहत राज कुमार व उनके करीबियों के खिलाफ जांच शुरू की है. जांच एजेंसी आनंद के पिछले दस साल के बैंकिंग लेनदेन खंगालने के अलावा उनकी चल व अचल संपत्तियों के बारे में पता लगा रही है.
मंत्री के करीबियों पर भी कार्रवाई
राजकुमार आनंद और उनके करीबियों के खिलाफ कार्रवाई पहली बार की गई है. छापेमारी में अर्द्धसैनिक बलों का सहयोग लिया गया. छापेमारी के दौरान सभी जगहों पर न तो घर के सदस्यों को बाहर जाने दिया गया और न ही बाहर से किसी को अंदर आने दिया गया. घरों के बाहर अर्द्धसैनिक बलों व स्थानीय पुलिस की तैनाती कर दी गई ताकि जांच के दौरान किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न न हो.
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