नई दिल्ली/रायपुर: महादेव सट्टेबाजी ऐप में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ईडी ने शुक्रवार को दावा किया है कि फॉरेंसिक जांच और कैश कूरियर के बयान से महादेव सट्टेबाजी केस में सीएम भूपेश बघेल को पैसे देने की बात सामने आई है. ईडी ने दावा किया है कि महादेव सेट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. ईडी के इस दावे पर सीएम बघेल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ और हो नहीं सकता.
एजेंट असीम दास की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा: ईडी ने यह आरोप एक एजेंट असीम दास की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के बाद लगाया है. ईडी ने कहा है कि असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपये नगद मिला था. जिसमें उसकी गिरफ्तारी हुई थी. उससे पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि असीम दास को यूएई में महादेव एप के प्रमोटरों ने कैश दिया था. जिसे कांग्रेस पार्टी को चुनावी खर्च के लिए पहुंचाना था.
"असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त की गई धनराशि महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता 'बघेल' तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी. दास से पूछताछ और उसके पास से बरामद फोन की फॉरेंसिक जांच के अलावा शुभम सोनी (महादेव नेटवर्क के उच्च पदस्थ आरोपियों में से एक) द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं. इस केस में नियमित भुगतान किया गया है. अब तक महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. इसलिए यह जांच का विषय है"- ईडी की तरफ से जारी किया गया बयान
गुरुवार को असीम दास की हुई गिरफ्तारी: ईडी ने एक बयान जारी कर कहा कि खुफिया इनपुट के आधार पर गुरुवार को असीम दास को गिरफ्तार किया गया था. जिससे यह खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ चुनाव में पैसों को पहुंचाने का काम भी किया जा रहा था. यह पैसे प्रमोटरों की तरफ से भेजने का काम किया जा रहा था. यह नकदी राज्य के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित होटल ट्राइटन में खड़ी एक एसयूवी से जब्त की गई.
कई बेनामी खातों का भी पता चला: ईडी ने यह भी दावा किया है कि कुछ बेनामी खातों का पता चला है. जिसमें करीब 15.59 करोड़ रुपये रखे गए हैं. उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत फ्रीज कर दिया गया है. ईडी ने जांच के बाद कहा कि इस कैश की जब्ती के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल भीम यादव को भी गिरफ्तार किया गया है. भीम यादव ने पिछले तीन वर्षों में अनधिकृत रूप से दुबई की यात्रा की है. इसके अलावा महादेव ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से भी उसने मुलाकात की है. महादेव ऐप के प्रमोटरों की तरफ से किए गए कई आयोजन में उसने हिस्सा लिया है. ईडी ने यह भी दावा किया कि उनकी यात्रा का खर्च महादेव ऐप की मनी लॉन्ड्रिंग और टिकटिंग कंपनी आहूजा ब्रदर्स की रैपिड ट्रैवल्स ने उठाई थी. असीम दास और भीम यादव छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं के लाभ के लिए महादेव ऐप प्रमोटरों से रिश्वत की रकम प्राप्त करने के माध्यम थे.
महादेव ऐप से संबंधित धन राजनीतिक दलों और राजनीतिक नेताओं को ट्रांसफर किया गया था. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी. हम यह पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं कि वह पैसा कहां से आया और किसके लिए आया.एक बार जब हमें वह जानकारी मिल जाएगी, तो और लोगों को बुलाया जाएगा- सौरभ पांडे, ईडी के वकील